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मंत्री से लिपटकर रोने लगे बाल कैदी, जानिये पूरी खबर क्या है मामला!

मंत्री से लिपटकर रोने लगे बाल कैदी, जानिये पूरी खबर क्या है मामला!
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Child Prisoner, who started crying to the minister, know what is the whole story

सूबे में योगी सरकार बनते ही खुद सीएम योगी ने सभी महकमों को सुधरने के निर्देश दिए थे लेकिन कुछ विभाग अभी भी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं,जिन पर लगाम कसने के लिए योगी ने अपने मंत्रियों की ब्रिगेड को उतार रखा है.कल योगी की मंत्री मंडल की समाज कल्याण मंत्री गुलाबो देवी ने जब शहर के बाल सुधार केंद्र पर छापा मारा तो सबकी आंखे खुली की खुली रह गयीं,यहाँ बाल कैदियों को जानवरों की तरह रखा जा रहा था ,जिसे देख मंत्री भडक गयीं और कार्यवाही की चेतावनी डे डाली.


दरअसल योगी सरकार के मंत्री ताबड़तोड़ छापेमारी में जुटे हैं. इसी के तहत समाज कल्याण एवं अनुसूचित जाति/जनजाति राज्य मंत्री गुलाबो देवी शुक्रवार को दोपहर करीब एक बजे कांठ रोड स्थित बाल सुधार केंद्र (राजकीय सम्प्रेक्षण गृह, किशोर) में पहुंचीं. इसकी जानकारी मिलते ही अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया, आनन-फानन में अधिकारियों ने बाल सुधार केंद्र की ओर दौड़ लगा दी.सुधार केंद्र में मंत्री गुलाबो देवी सीधे उस कमरे में पहुंचीं जिसमें विभिन्न आरोपों में बंद किशोर रहते हैं.


मंत्री को देखकर कमरे में मौजूद किशोर और बच्चे पहले तो कुछ भयभीत हुए, लेकिन मंत्री ने जैसे ही सिर पर हाथ फेरा तो बच्चे फफक-फफक कर रोने लगे. मंत्री ने किशोरों के पीले पड़े चेहरे देखे तो पूछा कि तुम्हें खाने में क्या मिलता है तो बाल कैदियों ने बताया कि नाश्ते में केवल एक पूरी दी जाती है. बच्चों के शरीर पर जख्म देखकर मंत्री बोलीं कि ये कैसे हुए तो मालूम हुआ कि बीमार होने पर केवल एक गोली दी जाती है. दवा चेक की तो मालूम हुआ कि सभी बीमारियों के लिए पैरासीटामोल की गोली देते हैं. बीमारी ठीक न होने के कारण कमरों में इंफैक्शन फैला हुआ है. मारपीट के आरोप में एक बाल कैदी ने रो-रो कर बताया कि शिकायत करने पर पेड़ से बांधकर पीटा जाता है. घर से कोई परिजन मिलने आता है तो मिलने नहीं देते. परिजन पैसा देते हैं तो यहां के कर्मचारी खुद ही रख लेते हैं.


एक बच्चे ने बताया कि उसे छोटी सी मारपीट में यहां भेज दिया गया है. बच्चों की दुर्दशा देखकर मंत्री ने सभी अधिकारियों को बुला लिया.सहायक अधीक्षक कुंवर राम ने बदहाली पर सफाई दी तो मंत्री ने जमकर फटकार लगा दी और कहा कि आप लोगों ने मजाक बना रखा है. सरकार इतना पैसा खर्च करती है, लेकिन आप लोग सही जगह खर्च भी नहीं करते. मंत्री ने दोपहर का खाना मंगाया तो घुटे हुए चावल और जली हुई रोटियां देखीं. बच्चों ने बताया कि खाना खुद ही बनाया है.


मंत्री ने पानी चेक किया तो पता चला कि आरओ खराब पड़ा है. पीला पानी पीने को दिया जाता है. कुछ ही देर में उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी निर्मला तिवारी और जिला प्रोवेशन अधिकारी नरेश कुमार भी वहां पहुंच गए.मंत्री ने अधिकारियों को बच्चों की हालत दिखाई. अधिकारियों ने बदहाली में सुधार के लिए कहा तो मंत्री ने कहा कि आप लोग जिम्मेदारी लेकर बैठे हैं, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं है.


मंत्री गुलाबो देवी ने सर्किट हाउस में अधिकारीयों संग विभागीय समीक्षा भी की थी लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था की वो अचानक छापेमार कार्यवाही भी कर देंगी.फ़िलहाल उन्होंने अधिकारीयों को चेतावनी देकर छोड़ दिया है और हालात में सुधार करने की नसीहत दी है.

सागर रस्तोगी की रिपोर्ट

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