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'माँ ' की भूमिका जीवन में ईश्वर जैसी होती है, माँ का सदैव सम्मान करे, उनका कभी भी दिल ना दुखाये..माँ के लिए बच्चा सबसे बड़ी पूंजी होता है...
मुरादाबाद : आराध्यम सेवा समिति 'आस ' ने शुक्रवार को मातृत्व दिवस के उपलक्ष्य में एक विचार गोष्ठी का आयोजन कंपनी बाग़ स्थिति स्वतन्त्रता भवन में किया .
गोष्ठी में आये तमाम लोगो से समाज में माँ की स्थिति को बेहतर बनाने के सम्बन्ध में सुझाव मांगे गए ,जिसमे लोगो ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया .
मातृत्व दिवस पर आयोजित इस गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि आस के अध्यक्ष सचिन चौधरी ने कहा कि 'माँ ' की भूमिका जीवन में ईश्वर जैसी होती है ,माँ का सदैव सम्मान करे ,उनका कभी भी दिल ना दुखाये .माँ के लिए बच्चा सबसे बड़ी पूंजी होता है ,और अपनी उस पूंजी से सम्मान की अपेक्षा करना गलत नहीं है .कार्यक्रम में आये स्कूली बच्चों को उनके भावी जीवन के लिए उन्होंने सफलता के लिए कुछ टिप्स भी दिए .
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए 'आस ' संस्था की कोषाध्यक्ष आभा चौधरी ने बताया कि आने वाले समय में मातृत्व दिवस की रूपरेखा तैयार करने के लिए आस का यह पहला प्रयास है .उन्होंने कहा कि माँ सबके जीवन में सर्वोपरि होती है .आज हम जो कुछ भी है अपनी माँ की परवरिश का ही परिणाम है .माँ एक ऐसा शब्द है जिसका वर्णन करना असंभव हो जाता है .
कार्यक्रम का संचालन संस्था के सचिव विशाल शर्मा लाठे ने किया ,लाठे ने अभियान का श्रेय अध्यक्ष सचिन चौधरी को देते हुए कहा कि अभियान सचिन जी की प्रेरणा से शुरू किया गया है .और भविष्य में इसमें अभी और सुधार किये जायेगे .
आशीष यादव ने कहा कि परिवारों में माएँ एकाकीपन का शिकार हो रही है जिसका ध्यान रखने का हमे हर संभव प्रयास करना चाहिए .
इस अवसर पर कई विद्यालयों के प्रधानाचार्यों ने भी अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए .कार्यक्रम कि व्यवस्था में जुनैद अख्तर ,प्रेम शंकर ,गजेंद्र ,अमित आदि का विशेष सहयोग रहा.
आस के सदस्य अमित सिंह ,विभौर जैन,ऋचा ,मोहित पांडेय ,अजय देवनाथ आदि ने भी लोगो के सामने अपने विचार रखे .
कर्यक्रम के समापन के दौरान सचिन चौधरी ने विशिष्ट अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया .वहीं जलपान की व्यवस्था कपिल ,संजय,नितिन ने संभाली .
Alok Mishra
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