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एएसपी एसटीएफ राजीव नरायन मिश्र को मिला डीजीपी का प्रसंशा पत्र

एएसपी एसटीएफ राजीव नरायन मिश्र को मिला डीजीपी का प्रसंशा पत्र
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SP (STF) Rajiv Narayan Mishra Gets Awarded With Prestigious DGP's Commendation Disc
नॉएडा: एडिशनल एसपी (एसटीएफ) राजीव नारायण मिश्रा को प्रतिष्ठित डीजीपी की प्रशंसा पत्र से सम्मानित किया गया। राज्य की राजधानी लखनऊ में डीजीपी मुख्यालय में 15 अगस्त 2017 को भारत के 70 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गौतम बुद्ध नगर जिले के वरिष्ठ एसटीएफ अधिकारी राजीव नारायण को सम्मान दिया गया।
डीजीपी की सराहनीय प्रसंसा पत्र एसटीएफ के अधिकारीयों सहित उन योग्य पुलिस कर्मियों को प्रदान किया जाता है, जो सेवा के क्षेत्र में असाधारण उपलब्धि उपलब्ध करते हैं।
राजीव नारायण मिश्रा को जटिल अंकित चौहान हत्या के मामले को सुलझाने में उनकी उत्कृष्ट दक्षता के लिए सम्मानित किया गया है। सॉफ्टवेयर फर्म में काम करें वाले अंकित चौहान का पीछा करते हुए अप्रैल 2015 में नोएडा रोड पर गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। यह मामला बाद में उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स को स्थानांतरित कर दिया गया था। यह मामला हल करने के लिए अपराधियों के लिए शुरुआती कोई सुराग नहीं था। लेकिन अपनी दक्षता में हमेशा अब्बल रहने वाले अधिकारी
राजीव नारायण मिश्र
ने इसमें कामयाबी हासिल की।

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इसी साल जून में पश्चिमी यूपी एसटीएफ ने आखिरकार इस मामले का खुलासा करते हुए डीसीई के पूर्व छात्र सहित दो लोग गिरफ्तार किए। राजीव नारायण मिश्रा ने इस मामले के खुलासे में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आखिर में अपराधियों की गिरफ्तारी कर जेल भेजे।
एसपी (एसटीएफ) पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने नोएडा की सामाजिक व्यापार कंपनी द्वारा 3700 करोड़ रुपये के
ऑनलाइन पोंजी घोटाले
का खुलासा भी किया।
बहादुरी के लिए पहले से ही राष्ट्रपति द्वारा उनको राष्ट्रपति पुलिस पदक और पदोन्नत किया गया
एडिशनल एसपी (एसटीएफ) राजीव नारायण मिश्रा को वर्ष 2006 में वीरता पुरस्कार के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से भी सम्मानित किया गया था। उन्हें 2005 में अयोध्या आतंकवादी हमले को रोककर उनके अनुकरणीय बहादुरी के लिए यह अत्यंत प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया था। उन हमलों के दौरान वो फैजाबाद में तैनात थे और पांच आतंकवादियों को मार गिराया था।

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