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टीचर ने की मासूम की पिटाई, कहा- घर में बताने पर काट दूंगी गर्दन

Arun Mishra
14 April 2017 6:44 AM GMT
टीचर ने की मासूम की पिटाई, कहा- घर में बताने पर काट दूंगी गर्दन
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सहारनपुर के थाना मण्डी क्षेत्रान्तर्गत शंकरपुरी कालोनी की रहने वाली एक एक ढाई वर्षीय मासूम बच्ची की एक अध्यापिका ने बेरहमी से पिटाई कर दी जिसके बाद पीड़ित बच्ची के परिजन ने स्कूल में जाकर आरोपी अध्यापिका के खिलाफ स्कूल प्रबंधन से कार्यवाही करने की मांग की। स्कूल प्रबन्धन की तरफ से कोई कार्यवाही ना होते हुए देखकर पीड़ित बच्ची के परिजनों ने क्षेत्रीय थाना मण्डी में उस अध्यापिका के खिलाफ तहरीर दी है और कार्यवाही की।

आपको बता दें कि जहाँ सरकार आज घर घर जा कर शिक्षा का अलख जगा रही है जिससे भारत एक पूर्ण साक्षर देश बन सके। जिसके लिए सरकार कई तरह की योजनाए चला रही है जैसे कि आंगनबाड़ी स्कूल, प्राथमिक स्कूल व राइट टू एजुकेशन के तहत बच्चों को शिक्षित करने का अभियान चलाया जा रहा है। वहीं, जो बच्चे स्कूल जा भी रहे हैं उनको प्यार से पढाने की जगह उनको पिटा जाता है जिसका एक मामला सहारनपुर के थाना मण्डी क्षेत्रान्तर्गत शंकर पूरी का सामने आया है। जहाँ की रहने वाली मात्र ढाई वर्षीया एक बच्ची जो कि ज्ञान विहार के रश्मि मेमोरियल जूनियर हाइ स्कूल में प्रे-नर्सरी में पढ़ती है। वाणी को सिर्फ बात करने को लेकर उसकी अध्यापिका ने खूब थप्पड़ ही थप्पड़ मारा।

वाणी जब घर आयी तो उसके गाल पर उभरे हुए उँगलियों के निशान को देखकर परिजन हतप्रभ रह गए। उन्होंने जब वाणी से इसके बारे में पूछा तो वाणी ने सब कुछ बता दिया। परिजन खून का घूँट पीकर रह गए और कल जाकर स्कूल में इसकी शिकायत करने की सोची। लेकिन जब दोपहर में वाणी के कान से खून आने लगा तो परिजन आग बबूला हो उठे और उसी समय स्कूल के प्रधानाचार्य को इसकी शिकायत की लेकिन उनकी तरफ से कोई संतोषजनक कार्यवाही ना होते हुए देख वो थाने पहुंचे और आरोपी अध्यापिका के खिलाफ तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की।
ढाई वर्षीय बच्ची को तो इतनी भी समझ नहीं होती कि क्या बोले और क्या ना बोले कब बोले और कब ना बोले उसे तो प्यार से ही समझाया जाता है लेकिन इस अध्यापिका ने हैवानियत की हद ही पार कर दी।
रिपोर्ट : राहुल पटेल
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