- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
अनाथ शबाना ने किया ईद पर दर्द भरा मैसेज DM को, तो जिलाधिकारी ने किया चौकाने वाला काम
शिव कुमार मिश्र
26 Jun 2017 1:43 AM GMT
x
Orphan Shabana made a painful message to the DM on the Eid, then the District Magistrate did it
वाराणसी: जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र के दरियादिली के कारनामें तो बहुत है लेकिन जो उन्होंने ईद के अवसर पर शबाना के साथ कर दिखाया वो वास्तविक काबिले तारीफ़ था. एक मेसेज पर पुरे जिले का अमला शबाना की ईद को खुशनुमा बनाने पर अमादा हो गया. शबाना इतने अधिकारीयों को घर आया देख डर गई कि आखिर क्या गलती हो गई.
वाराणसी के मंडुवाडीह इलाके की रहने वाली शबाना के घर ईद की कोई तैयारी नहीं थी. किसी के पास नए कपड़े नहीं थे क्योंकि शबाना के घर की माली हालत ऐसी नहीं थी कि ईद की तैयारी कर सकती. उदास शबाना के दिमाग मे एक ख्याल आया कि उसने जिले के जिलाधिकारी का नंबर पता किया और फिर फौरन एक मैसेज भेज दिया जिसका मजमून कुछ ऐसा था. डीएम सर, नमस्ते, मेरा नाम शबाना है और मुझे आपकी थोड़ी सी हेल्प की जरूरत है. सर सबसे बड़ा त्यौहार ईद है. सब लोग नए कपड़े पहनेंगे लेकिन हमारे परिवार में नए कपड़े नहीं आए. मेरे माता-पिता नहीं है. 2004 में इंतकाल हो चुका है. मेरे घर में मैं और मेरी नानी और छोटा भाई है सर.
काशी विद्यापीठ विकासखंड के मंडुआडीह थाना अंतर्गत शिवदासपुर निवासी बिना मां-बाप की शबाना का यह मैसेज जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र के मोबाइल पर ईद से 1 दिन पूर्व रविवार को दोपहर में मिला. दिल को झकझोर देने वाले इस मैसेज को पढ़ते ही जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र ने शबाना को ईद की ईदी देने की मन बना लिया. उन्होंने उप-जिलाधिकारी सदर सुशील कुमार गौड़ को तत्काल तलब किया और निर्देश दिया कि सोमवार को ईद से पहले उनकी ओर से शबाना और उसकी नानी और छोटे भाई को नए कपड़े, मिठाइयां और ईद की सेवई के लिए पैसे तत्काल पहुंचाएं.
उप जिलाधिकारी सदर सुशील कुमार गौड़ ने आनन-फानन में शबाना के लिए सलवार-सूट, उसकी नानी के लिए साड़ी एवं उसके छोटे भाई के लिए जींस का पैंट और टीशर्ट उपहार के रूप में पैक कराते हुए, मिठाइयां लेकर शबाना के घर पहुंच गए. इतने अफसरों को घर पर आया देख शबाना डर गई लेकिन जब पता चला कि उसके मैसेज को देखकर जिलाधिकारी ने उसके लिये ईदी भेजी है तो उस के खुशी का ठिकाना ना रहा. उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि जिलाधिकारी को मोबाइल मैसेज से अपनी व्यथा सुनाने के बाद इतनी जल्दी फरियाद पर गौर कर लिया जाएगा.
शबाना के आंख से आंसू निकल पड़े. उसने उपजिलाधिकारी सुशील कुमार गौड़ से जिलाधिकारी के भेजे हुए ईद की ईदी प्राप्त कर धन्यवाद दिया. अधिकारियों को शबाना के घर अचानक पहुंचते ही आसपास के लोगों में भी एकाएक हलचल मच गई. जैसे ही लोगों ने जाना कि जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र ने शबाना के मोबाइल मैसेज पर उसे ईद की ईदी अधिकारियों के हाथों भेजी है.
लोगों ने भी जिलाधिकारी के इस मानवीय पक्ष पर जिलाधिकारी को बधाइयां दी.इसी तरह यदि सभी अधिकारी किसी न किसी तरह मदद पर उतर आयें तो इस देश में पीड़ितों की संख्या में बहुत कमी हो सकती है. साथ ही ये सार्थक पहल हिन्दू मुस्लिम के बीच की खाई भी कम कर सकती है. अगर खबर सही लगे तो लोंगों तक जरुर पहुंचाएं और शेयर करें ताकि लोंगों में जागरूकता फैले ऐसे भी अधिकारी है हमारे प्रदेश में.
शिव कुमार मिश्र
Next Story