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पश्चिम बंगाल में फिर बिगड़ा माहौल, पुलिस ने भीड़ काबू करने के लिए किया लाठीचार्ज और दागे आंसू गैस के गोले

Special Coverage News
7 July 2017 1:41 AM GMT
पश्चिम बंगाल में फिर बिगड़ा माहौल, पुलिस ने भीड़ काबू करने के लिए किया लाठीचार्ज और दागे आंसू गैस के गोले
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कार्तिक की मौत की खबर के बाद बिगड़ा माहौल

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के बशीर हाट में साम्प्रदायिक तनाव बरकरार है. गुरुवार को पुलिस को फिर से लाठी चार्ज ओर आंसू गैस के गोले दागने पड़े जब बेकाबू भीड़ पथराव कर माहौल बिगाड़ने पर अमादा थी. फिलहाल तनाव पूर्ण माहौल है.

इस इलाके में हुई हिंसा के दौरान घायल हुए एक व्यक्ति की मौत के बाद इलाके में तनाव और बढ़ गया है. हालांकि अर्धसैनिक बलों की मौजूदगी की वजह से हालात काबू में हैं. इस इलाके में कुछ दिन पहले एक किशोर के फेसबुक पोस्ट को लेकर मुस्लिम समाज के लोग नाराज हो गए थे और हिंसा शुरू हो गई थी. बुधवार को बशीरहाट में दंगा कर रही एक भीड़ ने कार्तिक घोष नाम के एक युवक को छुरा मार दिया था. उस युवक की गुरुवार को मौत हो गई.

कार्तिक की मौत के बाद हिंदू समाज के लोगों ने भी कुछ इलाकों में तोड़फोड़ की. एक दरगाह पर भी हमला हुआ और कुछ दुकानों में तोड़फोड़ की गई. इससे इलाके में नए सिरे से हिंसा शुरू हो गई. बशीरहाट का यह इलाका बांग्लादेश से 12 किलोमीटर की दूरी पर है. तनाव और हिंसा की संभावना को देखते हुए इलाके में पाबंदियां लगा के रखी गई हैं. इंटरनेट सेवाओं पर गुरुवार को भी पाबंदी रही और अशांत इलाकों में पुलिस बल तैनात रहा. हालांकि राज्य के गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया कि हर चीज वापस सामान्य हो रही है। उन्होंने कहा- हम कड़ी नजर रख रहे हैं, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो. पूरी तरह से शांति बहाल होने तक पुलिस की तैनाती जारी रहेगी.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'जिले के बादुरिया में सांप्रदायिक झड़पों के बाद बशीरहाट कस्बे और स्टेशन क्षेत्र में फिर से तनाव कायम हो गया. उपद्रवी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा.' उन्होंने कहा कि पुलिस और बीएसएफ की टीमें इलाके की तरफ तुरंत रवाना की गईं ताकि हालात काबू में किए जा सकें. सूत्रों ने बताया कि इस बात का पता अब तक नहीं लग सका है कि क्या पुलिस कार्रवाई में कोई व्यक्ति हताहत भी हुआ. बादुरिया उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट उप-संभाग का हिस्सा है.

वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बादुरिया और इसके आसपास के इलाकों में एक फेसबुक पोस्ट को लेकर सांप्रदायिक झड़प हो गई थी. इन इलाकों में गुरुवार को हालात धीरे-धीरे सामान्य होते नजर आए. इन इलाकों में किसी हिंसक घटना की सूचना नहीं मिली. दुकानें और बाजार फिर से खुले. बस सेवाएं बहाल हुईं और स्थानीय लोगों ने अपने घरों से बाहर आना शुरू किया.

इंटरनेट सेवाएं गुरुवार को भी बाधित रहीं और संकटग्रस्त क्षेत्रों में अर्धसैनिक बल एवं पुलिस कर्मियों की तैनाती बरकरार रही. राज्य के गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'सब कुछ सामान्य हो गया है. उत्तर 24 परगना जिले के बादुरिया में कहीं से किसी समस्या की कोई सूचना नहीं है.' उन्होंने कहा, 'हम कड़ी निगरानी कर रहे हैं ताकि यहां कोई अनहोनी न हो. तब तक पुलिस बल तैनात रहेगा.'

इस हफ्ते की शुरुआत में एक नौजवान की ओर से किए गए एक फेसबुक पोस्ट को लेकर बदुरिया और इसके आसपास के इलाकों - केवशा बाजार, बांसतला, रामचंद्रपुर और तेंतुलिया में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे. आरोपी नौजवान की गिरफ्तारी के बाद भी दोनों समुदायों के बीच झड़पें हुईं. सड़क जाम कर दिया गया. दुकानों को तोड़ दिया गया और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. हालात काबू में करने के लिए राज्य सरकार को बशीरहाट, बादुरिया, स्वरूपनगर और डेगंगा में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी तौर पर रोकनी पड़ी ताकि सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलने से रोका जा सके.

आपको बता दें कि इस देश में वोट की राजनीति के कारण हिन्दू मुस्लिम के बीच की खाई कम करने की जगह बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है. ताकि राजनैतिक लोग अपने मंसूबों में कामयाब हो सकें. अभी हमको बशीर हाट में स्तिथि सामन्य करने की आवश्यकता है हिन्दू मुस्लिम एकता की जरूरत ताकि हम फिर से अपना जीवन शान्ति से जी सकें और अपने परिवार के साथ खुश हाल होकर रह सकें.

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