- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
VVIP कल्चर को खत्म करने की मोदी सरकार के फ़ैसले को ठेंगा दिखा, ममता के मंत्री अब भी लाल बत्ती पर सवार
Kamlesh Kapar
29 May 2017 8:42 AM GMT
x
Modi government's decision to end VVIP culture will be resolved
कोलकाता : देशभर में VVIP कल्चर हटाने के लिए केंद्र की MODI सरकार ने भले ही लाल-नीली बत्ती की व्यवस्था खत्म कर दी है पर पश्चिम बंगाल में अभी भी यह जारी है। ममता बनर्जी के राज में पश्चिम बंगाल के मंत्री अरूप बिस्वास पहले की ही तरह लाल बत्ती का इस्तेमाल कर रहे हैं।
इस संबंध में जब अरूप बिस्वास से बात की गई तो उनका कहना है कि हमारी सरकार ने अभी इसे बैन नहीं किया है। बिस्वास ने कहा कि ऐसी स्थिति में हम दूसरों के आदेश मानने को बाध्य नहीं हैं। अरूप बिस्वास नॉर्थ बंगाल डिवेलपमेंट मिनिस्टर हैं।
बता दे, की केंद्र ने देशभर में एक मई से वाहनों पर लाल और नीली बत्तियों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। केवल आपातकालीन गाड़ियों जैसे ऐम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड को ही इस बैन से मुक्त रखा गया है। यह प्रतिबंध न केवल केंद्रीय मंत्रियों, मुख्य मंत्रियों, राज्यों के मंत्रियों, अफसरों, जजों पर लागू है बल्कि पीएम और राष्ट्रपति भी इसके दायरे में हैं।
इससे पहले टीपू सुल्तान मस्जिद के पूर्व शाही इमाम मौलाना नूर-उर रहमान बरकती भी ऐसा कर चुके हैं। अपनी कार से लाल बत्ती नहीं हटाने पर अड़े मौलाना के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था। इसके बाद उन्होंने गाड़ी से बत्ती हटा ली थी।
Next Story