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संसद के गलियारे में नये कयास, क्या अगले पीएम राहुल गांधी या राजनाथ?

संसद के गलियारे में नये कयास, क्या अगले पीएम राहुल गांधी या राजनाथ?
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भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) बहुमत के आंकड़े को नहीं छू पाती है तो नरेंद्र मोदी अगले प्रधानमंत्री नहीं होंगे।

भारतीय संसद में नए प्रधानमंत्री को लेकर कयास लगने शुरू हो गये है. कहा जा रहा है कि 2019 में अगर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) बहुमत के आंकड़े को नहीं छू पाती है तो नरेंद्र मोदी अगले प्रधानमंत्री नहीं होंगे.


कयासबाजियों में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भी प्रधानमंत्री बनने की संभावना नजर नहीं आ रही है. दरअसल, राजस्थान उपचुनाव में बीजेपी को मिली हार के बाद इस हफ्ते कई विपक्षी सांसदों ने अगले लोकसभा चुनाव और प्रधानमंत्री को लेकर भविष्यवाणी की.


विपक्षी सांसदों के मुताबिक 2019 में बीजेपी ज्यादा से ज्यादा 220 सीटें जीतेगी, इसका मतलब होगा कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे. मजे की बात यह है कि कांग्रेस के सांसदों को विश्वास नहीं है कि राहुल गांधी भी प्रधानमंत्री बन सकते हैं. एक जाने-माने यूपीए के सांसद ने कहा कि न तो नरेंद्र मोदी और न ही राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी या ओड़िसा के सीएम नवीन पटनायक अगले प्रधानमंत्री बन सकते हैं.


कांग्रेस के एक अग्रणी नेता ने तो यहां तक कहा कि कम निरंकुश और ज्यादा मिलनसार बीजेपी नेता राजनाथ सिंह त्रिशंकु संसद की सूरत में संभावित सहयोगी दलों के लिए स्वीकार्य हो सकते हैं, मोदी तभी सरकार बना सकते हैं जब बीजेपी अपने दम पर 240 सीटें जीते.


2019 को लेकर सोनिया गांधी से राय मांगी गई तो उन्होंने अभी से इस पर टिप्पणी करने से करने से मना कर दिया. लेकिन कहा कि पीएम की रेस में राहुल गांधी भी है.

मालूम हो कि 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर संसद ही नहीं, आम जनमानस के बीच भी कयासबाजियों का दौर तेजी पर है. गुजरात चुनाव में कांग्रेस की सीटें बढ़ने और राजस्थान के उपचुनाव में उसके जीत दर्ज करने से पार्टी में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है.


पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी समेत ज्यादातर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में 2019 में पार्टी की खोई साख वापस लाने की उम्मीद जगी है. जानकारों की मानें तो पिछले कुछ समय में राहुल गांधी की इमेज भी जनता के बीच काफी चमकी है. राहुल गांधी अपनी सभाओं में पहले ज्यादा प्रभावी नजर आ रहे हैं. वहीं मोदी सरकार अब तक के अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिना रही है.


लेकिन जिस तरह देश की सीमा पर सैनिक शहीद हो रहे है और युवा को रोजगार नहीं मिल पा रहा है. किसान लगातार दुखी होता जा रहा है. सबसे बड़ा कारण यह है कि इन सब बातों को ठीक करने का वीणा मोदी सरकार 2022 तक पूरा करने की बात करती है. क्योंकि जनता उन्हें ही 2019 में वोट करे. लेकिन जनता की नाराजगी लगातार बढती जा रही है.

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