राष्ट्रीय

शत्रूघ्न सिन्हा बोले देश में 3 P के फेर में मचा हाहाकार

शत्रूघ्न सिन्हा बोले देश में 3 P के फेर में मचा हाहाकार
x
शत्रुघ्न सिन्हा ने नीरव मोदी के घोटाले के चलते फिर घेरा मोदी सरकार को

भारतीय जनता पार्टी के सांसद और फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने देश की मौजूदा हालत पर नरेंद्र मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि देश में थ्री पी ने हाहाकार मचा दिया है. पीएम मोदी देश की चौकीदार सो गया और चोर चोरी भी कर ले गया.


उन्होंने हाल ही में पीएम मोदी द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्द 'पकौड़ा' और हीरा कारोबारी नीरव मोदी के पंजाब नेशनल बैंक में 11400 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी को लेकर देश के मौजूदा हालात पर भाजपा नीत सरकार को आड़े हाथ लिया. शत्रुघ्न सिन्हा ने रविवार (18 फरवरी) के एक- के बाद एक ट्वीट में सरकार के अलग-अलग मुद्दों पर घेरा. एक ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'वर्तमान में 3 पी ने देश में काफी हंगामा, समाचार और तबाही मचा रखी है. 1. पकौड़ा, 2. पीएम और 3. पीएनबी... हो सकता है घटनाओं का क्रम सही ना हो, तो जरूर बताएं. बड़ा चौकीदार सो गया, छोटा दमदार खो गया, और हम सब देखते रह गए.'


उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'आशा और प्रार्थना करता हूं कि हमारे चौकीदार-ए-वतन के 'कैशलेस' होने की परिकल्पना व सपना, जो कि पीएनबी के केस में अक्षरशः नहीं लिया और इसका कारण हम सभी जानते हैं. जिया इंडिया! क्या और भी आने बाकी हैं? आशा करता हूं नहीं!'


इससे पहले बीते 5 फरवरी को शत्रुघ्न सिन्हा ने मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में कहा था कि सरकारों का आना-जाना लगा रहता है और जिस दिन जनता को उनसे किए वादे जुमले लगने लगेंगे, वह अपना फैसला सुना देगी.

मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर जिले में स्थापित हो रहे एनटीपीसी संयंत्र के कारण विस्थापित हुए किसानों और उन पर दर्ज मामलों को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरना देने वाले पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा का समर्थन करने आए भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा था, "सरकारों का आना-जाना जनता जर्नादन पर निर्भर है, जिस परिवार (नेहरू-इंदिरा) का देश में बड़ा योगदान था, राजीव गांधी के नेतृत्व में भारी बहुमत मिला था, उन्हें भी सत्ता से जाना पड़ा था."

उन्होंने कहा, "जनता को जब वादे पूरे होते नहीं दिखेंगे, भाषण जुमले लगने लगेंगे, उस दिन जनता फैसला कर देगी. हम पहले भी बहुमत में आ चुके हैं, अब भी हैं. सरकार का रहना और न रहना जनता तय करती है."

इनपुट एजेंसी से

Next Story