- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने '84 के दंगों के 186 मामलो को लेकर जाँच टीम बनाने पर किया सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का स्वागत
शिव कुमार मिश्र
12 Jan 2018 3:32 AM GMT
x
चंडीगढ़,एच एम त्रिखा ब्यूरो चीफ पंजाब
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के 186 मामलों की नये सिरे से पड़ताल करवाने के लिए नयी विशेष जांच टीम (एस.आई.टी.) कायम करने संबंधी सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का स्वागत करते हुए आशा व्यक्त कि इस कदम के साथ आखिरकार पीडितों को इंसाफ मिलेगा।
आज यहां कुछ चुनिंदे पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस हिंसक कार्यवाही को बीते 30 वर्षों से अधिक समय बीत चुका है जिसके साथ बड़ी संख्या में लोगों को जान गवांनी पड़ी और कई लोग बेघर हो गए।
उन्होंने कहा कि इन घटनाओं की जांच के लिए विभिन्न कमिश्न कायम किये गए परंतु पीडित अभी भी इंसाफ से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि दंगों के साथ संबंधित कई लोगों के नाम काट दिए गए और यह अब विशेष जांच टीम के हाथ है कि इन दोषों की पड़ताल करके जांच को अंतिम निष्कर्ष तक पहुंचाए।
कैप्टन अमरिंदर सिंह जिन्होंने स्वयं इन हिंसक कार्यवाहियों के विरुद्ध सांसद के तौर पर इस्तीफ़ा दे दिया था, उन्होंने कहा कि इन मामलों में न्याय देने का यह सही समय है।
शिव कुमार मिश्र
Next Story