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पंजाब के कैविनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने दिया इस्तीफा
अब ताजा खबर पंजाब से आ रही है. पंजाब के कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. राणा गुरजीत ने ऊर्जा एवं सिंचाई विभाग से अपना इस्तीफा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को भेज दिया है. राणा गुरजीत सिंह और उनके परिवार से जुड़ी कंपनियों का नाम रेत खनन आवंटन की गड़बड़ियों में आ रहा था. पिछले दिनों प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरजीत सिंह के बेटे को मनी लॉड्रिंग के मामले में सम्मन भी भेजा था.
क्या था मामला
पंजाब में रेत की खदानों की कुछ महीने पहले नीलामी हुई थी. इस दौरान राणा गुरजीत पर गलत ढंग से अपनी कंपनियों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा था. इसके बाद से ही पंजाब में नेता विपक्ष और आम आदमी पार्टी के सीनियर लीडर सुखपाल खैरा लगातार राणा गुरजीत पर और कैप्टन सरकार पर हमलावर थे.
राहुल ने कराया इस्तीफा
राणा गुरजीत को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी नाराज़ थे. राहुल गांधी के कहने के बाद राणा ने इस्तीफ़ा दिया. राहुल गांधी कुछ मंत्रियों के काम से भी संतुष्ट नहीं है. सूत्रों की मानें तो कैबिनेट में कुछ मंत्रियों के पोर्टफोलियोभी बदले जा सकते. कैबिनेट विस्तार के साथ पोर्टफोलियो बदले जा सकते हैं.
कैबिनेट का विस्तार नगर निगम के चुनावों से पहले या बाद में होगा. राहुल गांधी के साथ मीटिंग के बाद तस्वीर साफ़ होगी. ये बैठक 18 जनवरी को होने की संभावना है. इस बैठक में राहुल गांधी, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, आशा कुमार और सुनील जाखड़ मौजूद रहेंगे. अब कांग्रेस काम नहीं करने वाले लोंगों को उच्चासीन पदों पर नहीं बिठाएगी. जिम्मेदारी का निर्वाहन करने वाले लोग ही जिम्मेदार पदों पर रहेंगे.