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जन्म दिन पर राजस्थान में चली अशोक गहलोत की आंधी, आ रहा है मारवाड़ का गांधी

मो हफीज
16 May 2018 5:13 PM GMT
जन्म दिन पर राजस्थान में चली अशोक गहलोत की आंधी, आ रहा है मारवाड़ का गांधी
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राजस्थान की राजनीती में सादगी और स्वच्छ छवि का पर्याय अशोक गहलोत को माना जाता है I वर्तमान भाजपा सरकार के कुशासन से प्रदेश की जनता में भयंकर रूप से आक्रोश व्याप्त है I चुनाव आते आते जनता में व्याप्त भाजपा सरकार के प्रति आक्रोश और गहरा होता जाएगा I कोई अति शयोक्ति नही की जनता के बीच वोट मांगने के लिए जाने वाले भृष्ट भाजपाइयों के साथ मारपीट जैसी अशोभनीय घटनाए चुनावी मोसम में घटित हो जाए I


मनमानी, निरंकुश भृष्टाचार से लूट खसोट, पुलिस अत्याचार, बदहाल शिक्षा, लाचार ईलाज व्यवस्था, शुद्ध पेयजल की बाधित आपूर्ति, बिजली के बढ़ते बिल का करंट, अभाव के अँधेरे से झूझती जनता को भाजपाइयों के झूठे जुमलो से भी लड़ना पड रहा है I राज्य में इस वक्त जनता की सुनने वाला कोई नही है I जनता के दुःख दर्द का ईलाज भाजपाइयों के बिगड़े बोल झूठे जुमलो से किया जा रहा है I पूरे चार साल तक लन्दन की खुश गवार हवाओं में सतरंगी इंद्र धनुष का आनंद लेने वाली पोपा बाई को अचानक धन बल और रूठी रानी के हठयोग से राज्य की भाजपा का अध्यक्ष बना दिया जाता है I शायद भाजपा के चिन्तक विचारक रहे दीन दयाल उपाध्याय का एकात्म मानववाद का सूत्र यही है कि एक महिला के सामने सम्पूर्ण भाजपा संघ परिवार चरणों में बैठकर घुटनों के बल पर लेट जाए और लूट के माल में अपना हिस्सा लेकर समर्पण कर बैठे I राज्य की भाजपा की राजनीती में इन दिनों सत्ता और संगठन का एक मात्र केंद्र मुख्यमंत्री बनी हुई है I भाजपा और संघ का शीर्ष नेतृत्व पिण्डारी लूटेरो की टीम बनी भाजपा सरकार के मंत्री परिषद् के सामने असहाय लाचार बना हुआ है I इस प्रकार के हालत में आम जनता की दुर्दशा का आंकलन सहज ही किया जा सकता है I प्रदेश की जनता की नज़रे लुटेरे भाजपाइयों के शासन में अपने दुःख दर्द का साथी बनने वाले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की और जाकर टक टकी लगाए देख रही है I


राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जन्म दिवस के उपलक्ष में उमड़ी विशाल भीड़ के हाथो में गहलोत सरकार के शासन में गरीबो के लिए जीवन दायी बनी मुफ्त दवा योजना की तख्तीया लहरा रही थी I अपनों के तिरस्कार से दर दर ठोकरे खाने को मजबूर हुए बूढ़े माँ बाप की उम्मीद बनी बृद्धावस्था पेंशन योजना भाजपा के शासन में बंद हो चुकी है I इस प्रकार के असहाय बूढ़े माँ बाप गहलोत के जन्म दिवस पर अशोक गहलोत को लोक देवता मानकर ढोल मंजीरे बजाकर गहलोत गान कर रहे थे I गहलोत सरकार की नीतियों में अंतिम पंक्ति में खड़े राज्य के दीन हीन दुखियों के दुखो को कम करने की स्पष्ट छाप देखी जाती थी I राज्य की गरीब जनता गहलोत सरकार की नीतियों से अशोक गहलोत को अपने करीब मानती थी I भाजपाइयों के झूठे वादों से छली गई जनता को वसुंधरा सरकार से घोर निराशा ही हाथ लगी है I मुफ्त दवा योजना अब राज्य में बंद हो चुकी है I ईलाज और दवा के नाम पर सरकारी अस्पतालों में ही नकली दवाइयों दी जा रही है I भामाशाह कार्ड के नाम पर ईलाज करने वाले निजी अस्पतालों से मिलकर करोडो रुपयों के फर्जी भुगतान उठाए जा रहे है I


प्रदेश का काया कल्प करने वाले अशोक गहलोत के राजनैतिक कौशल का प्रभाव पंजाब, गुजरात राज्यों के चुनावो में देखने को मिल चुका है I पंजाब विधान सभा चुनावो में अशोक गहलोत राज्य के टिकिट चयन समिति के प्रमुख रहे थे I इस कारण राज्य के चुनावो में कांग्रेस पार्टी सरकार बनाने में सफल रही थी I गुजरात चुनावो में मोदी अमित शाह की अजेय मानी जाने वाली जोड़ी की हवा अशोक गहलोत ने निकाल दी I अनुभवी गहलोत की राजनैतिक गुगली से कर्नाटक राज्य में नैतिकता की दुहाई देने वाली भाजपा को सरकार बनाने में पसीने आ रहे है I अशोक गहलोत के राजनैतिक कौशल के कारण कांग्रेस पार्टी और उसके अध्यक्ष राहुल गांधी की कार्यशैली अब मोदी अमित शाह की भाजपा के लिए ज्यादा मारक क्षमता लिए नजर आ रही है I अशोक गहलोत की टीम में राज्य के कद्दावर नेता नमोनारायाण मीणा जेसे आदीवासी नेता है तो संजय बापना जेसे सर्घंषशील युवा भी है। गत विधान सभा चुनावों में राज्य का दलित जनजाती मतदाता कांग्रेस से दूर हो गया था उसके परिणाम स्वरूप लोकसभा चुनावों में प्रदेश भाजपा ने राज्य की 25 सीटों पर पूर्णतया कब्जा कर लिया था। कंाग्रेस के परम्परागत मत दाता रहे इस वर्ग को नमोनारायण मीणा ने अपने प्रयासों से पुनः काग्रेस की ओर मोड़ा है। राज्य के शेखावाटी अंचल में मुस्लिम मतदाता का रूज्ञान भी गत चुनावों में भाजपा की और दिखाई दिया था। राज्य के 30 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम मतदाताओं ने वसुन्धरा की भाजपा को अपना वोट दिया था। गहलोत की टीम के मुस्लिम चेहरे अश्क अली टांक के प्रयासों से यह वर्ग भी अब भाजपा से दूरी बना कर चल रहा है। जीएसटी नोट बन्दी की मार से व्याकुल महाजन वर्ग का भी अब भाजपा से मोह भंग हो रहा है।


भाजपा के शासन में सबसे ज्यादा मार छोटे मध्यम वर्गीय व्यापारियों को लगी है। भाजपा सरकार की नीतियों के कारण व्यापारियों और बाजारों में मन्दी और भय का संचार हो रहा है। संजय बापना जेसें युवा नेता महाजन वर्ग को कंाग्रेस की ओर लाने का कार्य कर रहे है। गुर्जर समाज को आरक्षण के नाम पर भाजपा सरकार लगातार चुनावी झुन्झुंना थमा रही है। खेत खलिहानी में लगे राज्य के समुदायों को खेती में अब उपज का सही मुल्य नहीं मिल रहा है। किसानो के लिए खेती करना अब नुकसान का सोदा बन गया है। प्राकृतिक आपदा से फसले बर्बाद होने के बाद भी भाजपा शासन में बिजली विभाग का वी.सी.आर. भरकर किसानों को जेल भेजने का उपक्रम इन दिनों राज्य में जोरों पर चल रहा है। राज्य में बजरी माफीया के तार सीधे तौर पर मुख्यमन्त्री से जुडे है। बजरी की कालाबाजारी के कारण निर्माण उद्योग में लगे लाखों मजदूर भूखों मरने के स्थिति में आ गये है।



राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण बने खनन उद्योग में बुरी तरह मंदी छाई हुई है। काम के अभाव में बेरोजगार हुए लाखों मजदूर राज्य से पलायन करने को विवश हो रहे है। बजरी पर रोक लगी होने के बाद भी भाजपा मुख्यमन्त्री के करीबी बजरी ठेकेदार का बजरी कारोबार पुलिस भाजपाइयों के सहयोग से सोना उगल रहा है। समाज के सभी वर्ग भाजपा के कुशासन से मुक्ती चाहते है। राज्य की जनता गहलोत को लोग देवता मानकर भाजपा के कुशासन से मुक्ति दिलाने हेतु लोक गीत गा रही है। इससे घबरा कर फेन्सी ड्रेस की प्रतियोगिता की तरह कपड़े बदलने वाली पोपाबाई भी अब जनता को चुनाव में मूर्ख बनाने के लिये गांव गांव दौरे कर रही है। राज्य की भाजपा के लिये पोपा बाई स्वयं ही अपने लूट के कारण समस्या बनी हुई है तो अशोक गहलोत अपने साथ ही सुशासन के कारण कांग्रेस के लिये वरदान साबित हो रहे है। राज्य की इस जमीनी हकीकत को कांग्रेस आला कमान को समझने की जरूरत है।

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