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मुख्यमंत्री के सचिव का दूसरी महिला से टांका, सीएमओ को बनाकर रखा लूट का अड्डा

मो हफीज
3 July 2018 1:27 PM GMT
मुख्यमंत्री के सचिव का दूसरी महिला से टांका, सीएमओ को बनाकर रखा लूट का अड्डा
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जयपुर। जिस अफसर पर समूचे राजस्थान की जिम्मेदारी है, वह एक महिला की गिरफ्त आकर कानून की धज्जियां उड़ा रहा है। इस महिला ने आला आईएएस अधिकारी तन्मय कुमार जो राजस्थान के मुख्यमंत्री सचिवालय में प्रमुख शासन सचिव पद पर तैनात है, को अपना पति बताया है। पुष्पांजलि चौधरी नामक इस महिला ने तन्मय कुमार को अपना पति बताया है।

पूरे सीएमओ को अपने इशारो पर नचाने वाले तन्मय कुमार ने पुष्पांजलि का मुंह बंद करने के लिए आमेर तहसील के गांव तिषाणु में एक आलीशान फार्म हाउस बनवाकर दिया है। गाहे-बगाहे तन्मय कुमार सरकारी फाइलों के साथ यहां जाते रहते है। ठेकेदार, कॉरपोरेट, बिल्डर आदि से यही सौदा किया जाता है। सीएमओ में तैनात होने के बाद इस आईएसएस अफसर की संपत्ति 200 करोड़ रुपये की होगई है। इनके अनेक आलीशान बंगले, फ्लेट और बड़े भूखण्ड है। फोरम अगेंस्ट करप्शन एन्ड एक्सप्लेटेशन (फेस) प्रधानमंत्री और सीबीआई को एक खत भेजकर इस अफसर के काले कारनामो की जांच की मांग की है। प्रधानमंत्री के जयपुर आगमन पर इस अधिकारी को अविलम्ब निलम्बित करने की मांग की जाएगी।

रिश्वत खाने तथा अपनी अनैतिक गतिविधियों के कारण तन्मय कुमार काफी चर्चित रहे है। जब ये भरतपुर में तैनात थे, तब जिला रसद अधिकारी ललित जैन के माध्यम से उगाही करते थे। बकौल जैन के एक आध की देरी हो जाने पर ये रिश्वत की राशि के लिए छटपटाने लगते थे। बताया जाता है कि भरतपुर में भी इनकी काफी बेनामी सम्पति है।

तन्मय कुमार और जन सम्पर्क सचिव सीएमओ पर एक तरह से कब्जा कर रखा है। तन्मय कुमार के बिना पत्ता भी नही हिलता। चूँकि मैडम सीएमओ छटे-चौमासे आती है। इसलिए पूरे सीएमओ पर तन्मय कुमार का एक छत्र राज है । वैसे एक ओर सचिव गायत्री राठौड़ तैनात है। लेकिन उन्होंने गन्दगी से अपने को दूर कर रखा है। तन्मय कुमार यह मानकर चलते है कि यह सरकार तो गई। इसलिए जन समस्या निवारण के बजाय माल समेटने में ज्यादा सक्रिय है।

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के कार्यालय में तैनात प्रमुख सचिव तन्मय कुमार पर संगीन आरोप लगे हैं । यह आरोप जयपुर के पास आमेर तहसील के चिताणु गांव के लोगों की ओर से मिले पत्र के आधार पर आईपीएस पंकज चौधरी की ने राज्य के तत्कालीन मुख्य सचिव व प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को भेजे गए पत्र में लगाए हैं । स्टेट क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो द्धितीय में पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी ने मुख्य सचिव व डीजीपी से उच्च स्तरीय मामला होने के कारण निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है । आईपीएस चौधरी की ओर से भेजे गए पत्र के साथ में जो कागजात सम्मिलित हैं, उनमें चिताणु गांव के वासियों के हवाले से आईएएस तन्मय कुमार पर बेहद गंभीर आरोप लगाए गए हैं। चौधरी ने सीएस—डीजीपी को भेजे गए अपने पत्र में लिखा है कि पिछले दिनों उनको एक पत्र चिताणु ग्रामवासियों की ओर से प्राप्त हुआ है। जिसमें तन्मय कुमार पर कई आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने आगे लिखा है कि यह नितांत जांच का विषय है, जिसमें एक वरिष्ठ आईएएस के उपर वे तमाम आरोप लगाए गए हैं, जो नैतिक मूल्यों के साथ पद के दुरुपयोग, भ्रष्टाचार, वित्तीय अनियमितता आदि को स्पष्ट रेखांकित कर रहे हैं।

आईपीएस चौधरी की ओर से करीब एक साल पहले भेजे गए अपने लेटर पर आज तक कोई कार्रवाई नही होना, इस बात का परिचायक है कि तन्मय कुमार को सभी अधिकारी बचाने में लगे हुए है । चौधरी की ओर से भेजे गए पत्र के साथ गांववालों के जो कागजात मुख्य सचिव व डीजीपी को भेजे हैं, उसमें आईएएस तन्मय कुमार पर शादीशुदा होते हुए पुष्पांजली चौधरी नामक एक अविवाहित महिला के साथ नाजायज संबं​ध होने के संगीन आरोप लगाए गए हैं। इतना बताया गया है कि यह महिला चिताणु गांव में ही तन्मय कुमार के द्वारा खरीदकर दिलवाए गए फॉर्म हाउस में रहतीं है।

आईपीएस पंकज चौधरी का कहना है कि पत्र मिलने के बाद चिताणु गांव के कुछ लोग उनसे आकर मिले थे, जिन्होंने यह पत्र भेजने की बात कही थी। तीन पेज के इस पत्र में लिखा है कि आईएएस तन्मय कुमार ने पुष्पांजली चौधरी नामक इस औरत के माध्यम से रीको व जेडीए के ठेकेदारों को ठेके दिलवाकर पैसे लिए हैं। इसके साथ ही बताया गया है कि आईएएस तन्मय कुमार ने कई अन्य जमीनें खरीद कर इस औरत से मिलने वाले लोगों के नाम करवा रखी है। आरोप है कि इस मामले में गांव का सरपंच मामराज गुर्जर व उसका भाई बनवारी, जो कि कांग्रेसी हैं भी शामिल है। बताया गया है कि यह औरत साल 2018 में राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आईएएस तन्मय कुमार के माध्यम से टिकट लेने की तैयारी में है।

कई अन्य संगीन आरोप के साथ भेजे हुए पत्र में कहा गया है कि तन्मय कुमार इस कथित औरत के माध्यम से कई आईएएस, आईपीएस अधिकारियों की पैसे लेकर पोस्टिंग करवाते हैं। जिनमें हाल में भरतपुर पुलिस अधीक्षक अनिल टांक, जयपुर पुलिस आयुक्तालय में डीसीपी साउथ मनीष अग्रवाल व पाली कलेक्टर के नाम बताए गए हैं। इतना ही नहीं जयपुर ग्रामीण एसपी चौधरी का ट्रांसफर भी इसी औरत के मार्फत पैसे लेकर करवाने की बात कही गई है।

इस आरोपी पत्र में आईएएस तन्मय कुमार द्वारा इस कथित पूर्व जज की बेटी युवती को जयपुर के गांधी नगर में एक करोड़ रुपए का एक आलिशान फ्लैट दिलवाने का आरोप है। आईपीएस चौधरी द्वारा भेजे हुए पत्र में शामिल कागज में साफ लिखा है कि आईएएस तन्मय कुमार द्वारा जेडीए के पूर्व अधिकारी पवन अरोडा से भी एक लग्जरी कार अपनी बहन को दिलवाई थी। ये गाड़ी रैन्ज रोवर कंपनी की है, जिसकी कीमत 50 लाख रुपए बताई जा रही है। पत्र में मुख्यमंत्री को लिखा है कि आप ईमानदार मुख्यमंत्री हैं, प्रदेश को विकास की ओर ले जा रही हैं, लेकिन इस तरह के अधिकारी आपकी व सरकार की छवि को धुमिल करने में जुटे हुए हैं। पत्र में जांच करवाने की बात करते हुए कठोर कार्रवाई की मांग की गई है। इस मामले में आईएएस तन्मय कुमार से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क नहीं हो सका है।

फेस ने आरोप लगाया है कि एक साल तक गंभीर आरोपो की जांच नही जाकर उसे लंबित करना उससे भी बड़ा भ्रस्टाचार है। फेस ने चेतावनी दी है कि एक माह के भीतर तन्मय कुमार और उनके सह्योगियी के खिलाफ कार्रवाई नही की गई तो एसीबी, लोकायुक्त और अदालत का दरवाजा खटखटाया जाएगा ।
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