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समाज की विभिन्नताओ का रूप लिए राजस्थान पुलिस जनता के लिए कही राहत है तो कही आफत है I समय कितना भी बदल जाए, परन्तु पुलिस की वर्दी में छुपे अपराधी समाज कंटक रक्षक से भक्षक बने पुलिस वालो के आचरण में कम ही बदलाव देखा जाता है I पुलिस कर्मियों के डंडे की असीमित ताकत का दुरूपयोग भाजपा के शासन में जयपुर पुलिस कही मकान, दुकान खाली कराने में काम ले रही है तो कही ह्त्या को आत्मह्त्या बनाने के लिए इसका सदुपयोग कर रही है I वैसे जयपुर शहर के भट्टा बस्ती थानाधिकारी रहे हरजी लाल के यादवी किस्से पूरी जयपुर पुलिस को शर्मसार करने के लिए काफी है I
समाज में गरीब आदमी पेट की भूख की आग को शांत करने के लिये चोरी करता है, ठीक इसी प्रकार थानेदार हरजी यादव भी पैसो की भूख शांत करने के लिए ही भट्टा बस्ती थाना क्षेत्र में अवैध बुचडखानों में अपनी भोली गाय माता को निर्दयी कसाइयों के हाथो कटवा रहा था I जी हां थानेदार के रूप में भृष्ट हरजी लाल यादव अपने थाने के स्थानीय गुंडों से गठजोड़ करके अवैध बूचड़खाने चलवाता है I भोली गाय माता से वैसे भी अब कलियुग में भक्तो का संबध कितना रह गया है I चोरी से अथवा तस्करी करके भोली गाय माता को बूचड़खानों में मेवाती कसाई भाजपा के रामराज में काट रहे है I राज्य में इस समय ना अहमद शाह अब्दाली, ना मूर्ति भंजक महमूद गजनवी और ना ही राम मंदिर के विध्वंसी जहिरुद्दीन बाबर का शासन है I
राज्य में देश, धर्म, ध्वज, संस्कृति, मंदिर और गाय के पूजक राम भक्त भाजपाइयों का शासन है, जिनके शासन में राजधानी में ही सरकार की नाक के नीचे भट्टा बस्ती थाना क्षेत्र में बूचड़खानों में गाय माता का स्वर्गवास हो रहा है I जयपुर नगर निगम की हिंगोनिया गोशाला में हजारो गाये तड़प तड़प कर भूख से मर रही थी तब भी भाजपा के कलियुगी रामभक्त जयपुर नगर निगम के गोशाला का बजट अपने परिवार को खिला रहे थे I ठीक उसी प्रकार भाजपा के कलियुगी तिलक छापा को धर्म मानकर इसे अपने शरीर पर धारण करने वाले मंत्री अरुण चतुर्वेदी की असीम कृपा भृष्ट हरजी थानेदार पर बरस रही थी I सुना है भृष्ट हरजीलाल बूचड़खाने में गाय माता का विधि विधान से स्वर्गवास कसाइयों के हाथो कराने के बदले में दो लाख रूपये प्रतिमाह वसूलता था जिसकी आधी राशि भाजपा स्थानीय मंत्री को जाती थी I
अब भाई पैसे चाहे हाफिज सईद के द्वारा मिले या दाउद गेंग से, रुपयों पर तो कही नही लिखा की यह रकम गाय कटवाने से प्राप्त हुई है I फिर पापी पेट का सवाल भी तो है, जो भाजपाइयों और भृष्ट पुलिसजनो को बिना कुछ लगाये लाभ के धंधे में पार्टनर बना रहा है I वैसे भी देश में भाजपाइयों की गो भक्ति भी बड़ी विचित्र है I देश के उत्तर भारत में ये गोपालको को जान से मार देते है तो गोवा कर्नाटक राज्य में विदेशो से गाय माता के मांस को आयात करके जनता को गो मांस की कमी नही होने का भरोसा दिलाते है I देश के ईसाई बहुल राज्यों में वोट के लिए सुअर तक का मांस भक्षण संघ भाजपा के युग पुरुष कर रहे है I सचमुच लोकतंत्र में वोट के लिए कैसे कैसे लोग क्या क्या बोलकर कुछ के कुछ बन जाते है I
'कश्मीर में घर घर से अफजल निकलेगा तुम कितने अफजल मारोगे' नारे लगाने वाले और अफजल गुरु को शहीद मानने वालो के चरणों में बैठकर सत्ता सुख भोगने वाले भाजपाइ एक ही समय में गांधीवादी और गोडसे वादी बनकर बाबा साहब का गुणगान कर रहे है I गोपालक यदुवंशी गोह्त्या से प्राप्त पैसो का भोग पूजनीय ब्राह्मण मंत्री को लगाकर शेष बची गो ह्त्या की राशि अपने बच्चो को खिला रहे है I
सारे भृष्ट भाजपा के राम राज में अपना अपना हिस्सा लेकर देशभक्त बने श्याम सत्संग में जोर से धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो यही उदघोष कर रहे है I बड़े बड़े नामी, त्यागी बलिदानी, परनामी, शेषनामी, बहुनामी, अनामी, बनामी ना जाने कोन कोन पैसे लेकर धर्म ध्वज हाथ में लेकर रंग बदलने में गिरगिट को भी मात दे रहे है I कुछ समय पश्चात हरजी जैसा बेईमान भी पैसे देकर किसी अन्य थाने में लग जाएगा I पैसा ही राजधानी में बैठने वाले धर्म पुरुष बने पुलिस अधिकारी, नेताओ की जरुरत है I जनता तो बस भेड है जिसेक शरीर पर लगी उन को कोई नही छोड़ना चाहता I फर्क इतना है कि कोई तेज धार के उस्तरे से जनता को मुंड कर ऊन नोचता है तो कोई उस्तरे के पैसे भी बचाकर पुराने जंग लगे उस्तरे से ही जनता की ऊन नोचने लग जाता है अब तक तो बेईमान हरजी भी जनता को पुराने जंग लगे उस्तरे से ही मून्ढता रहा है I हमारा अब तक का तजुर्बा तो यही रहा है पर देखना यह है कि नव नियुक्त थानेदार जी क्या गुल खिलाते है I