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राजस्थान : खुद को गर्दन तक जमीन में गाड़ किसान ले रहे हैं जमीन समाधि
Arun Mishra
3 Oct 2017 3:12 AM GMT
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ये किसान अपनी जमीन नहीं देने के लिए पिछले कई दिनों से आंदोलन पर थे लेकिन आज 22 किसानों ने जमीन खोदकर खुद को उसमें गाड़ रखा है।
जयपुर : गांधी जयंती पर अपनी जमीन बचाने के लिए जयपुर के लोगों ने जलसमाधि की तरह जमीन समाधी ले ली है। राजस्थान सरकार इन किसानों की जमीन कॉलोनी बसाने के लिए लेना चाहती है लेकिन ये किसान अपनी जमीन नहीं देने के लिए पिछले कई दिनों से आंदोलन पर थे लेकिन आज 22 किसानों ने जमीन खोदकर खुद को उसमें गाड़ रखा है। साथ ही धमकी दी है कि अगर सरकार नहीं मानी तो 22 सौ किसान जमीन समाधि लेंगें। हालात बिगड़ते देख सरकार ने मौके पर पुलिस लगा दी है।
जयपुर सीकर हाइवे पर जयपुर विकास प्राधिकरण की आवासीय योजना को लेकर है किसान यहां सामाधि लिए हुए हैं। वसुंधरा सरकार किसानों की खेती की जमीन लेकर कालोनी बसाने जा रही है। जिन किसानों को सरकार ने अपनी जमीनें सरेंडर करने के लिए नोटिस थमाया है वो अब विरोध करने के लिए जमीन समाधि ले रहे हैं। कई किसानों ने तो खुद को गर्दन तक जमीन में गाड़ रखा है।
#Rajasthan: Farmers in #Neendar village bury themselves neck-deep in pits to protest acquisition of their lands by JDA for housing projects. pic.twitter.com/eaiZd5tLmV
— ANI (@ANI) October 2, 2017
गांधी जयंती पर अपने 14 वें दिन तक पहुंची हड़ताल कोकिसानों ने 'जमीन समाधि सत्याग्रह' का नाम दिया है। इन किसानों ने गले तक गड्ढे खोदकर खुद को उनमें दबा लिया है। आंदोलन के संयोजक कैलाश बोहरा ने कहा कि यह सत्याग्रह तब तक खत्म नहीं होगा, जब तक राजस्थान सरकार हमारी मांगों से सहमत नहीं हो जाती।
बताते चलें, यह विवाद 1350 हेक्टेयर भूमि से जुड़ा है कि जिसे जयपुर विकास प्राधिकरण ने अपनी आवास परियोजना के लिए जब्त कर लिया है।
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