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Archived
ज्योतिषाचार्य पं गणेश मिश्र से जानिए मोदी सरकार के लिए कैसा रहेगा अंतिम ये एक साल
शिव कुमार मिश्र
19 May 2018 7:53 AM GMT
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अच्छे दिन की उम्मीदों के साथ मोदी सरकार के 4 साल पूरा करने के बाद जनता के लिए अगला साल एक ओर जहाँ आम लोगो के लिए सरकार से उम्मीदों भरा है वहीं मोदी सरकार के लिए चुनौतियों से परिपूर्ण है।
अच्छे दिन की उम्मीदों के साथ मोदी सरकार के 4 साल पूरा करने के बाद जनता के लिए अगला साल एक ओर जहाँ आम लोगो के लिए सरकार से उम्मीदों भरा है वहीं मोदी सरकार के लिए चुनौतियों से परिपूर्ण है। लोगो की उम्मीदें इस सरकार से कुछ ज़्यादा ही है जिसके कारण अभी का माहौल बहुत ही चुनौतीपूर्ण है। देश मे समय समय पर जनता द्वारा सरकारी नीतियों का विरोध होगा।
जहाँ सरकार बेरोजगारी, मंहगाई , पेट्रोल डीजल अपराध बलात्कार महिलासुरक्षा के मुद्दों में नाकाम रही, वही इसका प्रभाव भी आने वाले चुनावों में देखने को मिलेगा। सरकार को विपक्षी दलों के दबाव के आगे झुकना पड़ सकता है। इस साल पूरे देश की प्रजा में लोगों के विचारों में शुद्धता नहीं रहेगी। इसके अलावा लोगों और सत्ता में वाद विवाद,लड़ाई झगड़े,आग लगना,कलह क्लेश और अशांति का माहौल रहेगा।
ज्योतिषाचार्य गणेश मिश्र करके हैं इस वर्ष राजा 'सूर्य ' तथा मंत्री 'शनि' है, राजा और मंत्री मे परस्पर शत्रुता होते हुए उच्च शासकों मे मतभेद एवं परस्पर विरोध की स्थिति उत्पन्न होगी। इसलिए राजा और मंत्री में आपस में बैर होना स्वाभाविक है। यही कारण है कि पूर्ण बहुमत के बावजूद केंद्र और प्रदेश सरकार को अशांति के अलावा विपक्षी दलों और प्रजा के दबाव में झुकना पड़ सकता है।
हिन्दुत्व के विरोध में मुखर होने का षडयन्त्र होगा परंतु राष्ट्र की प्रतिष्ठा बढ़ेगी
ज्योतिषाचार्य गणेश मिश्र आगे बताते है कि इस वर्ष में कर्क का राहु और धनु का शनि वर्ष पर्यन्त परस्पर षडष्टक दुर्योग कर रहे हैं। परिणामतः आतंकवाद और उग्रवाद का खतरा हमेशा बना रहेगा। हिन्दुत्व के विरोध में मुखर होने का षडयन्त्र होगा परन्तु इसका अन्तिम लाभ धार्मिक जगत् को ही होगा। राहु-केतु-शनि की स्थिति वर्षपर्यन्त अशुभ अवश्य है परंतु बुध-गुरु-शुक्र की स्थितियाँ इस दुर्योग को नियन्त्रित भी कर रही हैं । जिसके कारण विश्व में राष्ट्र की प्रतिष्ठा बढ़ेगी। परन्तु कुछ पड़ोसी राष्ट्रों से तनावपूर्ण वातावरण का भी निर्माण होगा। राष्ट्रीय विकास एवं प्रशासनिक व्यवस्थाएँ उत्तम रहेंगी।
पूरे विश्व मे भारत का वर्चस्व बढ़ेगा , मजबूत होगी सैन्य शक्ति
वैश्विक बाजार में भारत का वर्चस्व बढ़ेगा तथा विश्व के अधिकतम राष्ट्र मैत्री की भावना से भारत की यात्राएँ करेंगे। राष्ट्र की सैन्य शक्ति समृद्ध होगी। इसी कारण पड़ोसी देश भी हमसे दुश्मनी बढ़ाएंगे । सामान्यतया विकास कार्य होते हुए भी देश मे समय समय पर जनता द्वारा सरकारी नीतियों का विरोध होगा। दूसरी ओर हमारे विरोधी देश भी हम पर इस साल के दौरान हमला करते हुए हमसे दुश्मनी खत्म करने की बजाए बढाने का काम कर सकते हैं। राष्ट्र सीमाओं पर सैन्य संघर्ष सूचक है लेकिन यातायात की दृष्टि से भारत की स्थिति मजबूत होगी। प्रक्षेपास्त्रों के निर्माण में भारत का वर्चस्व बढ़ेगा। फरवरी~अप्रैल में भाजपा के प्रति लोगों में काफी अनिश्चितता का माहौल रहेगा। जिससे कुल मिलाकर मोदी सरकार के लिए आने वाला ये एक साल चुनौतियों से पूर्ण रहेगा ।
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