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इस बार मकर संक्रांति है बेहद खास, बन रहे कई शुभ संयोग, राशिफल के अनुसार करें दान
नई दिल्ली : मकर संक्रांति भारत में पौष मास के शुक्लपक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। ज्योतिष के अनुसार इस दिन सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करता है जिसे बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन गंगा स्नान व दान-पुण्य का महत्व है।
सूर्य के मकर राशि में पहुंचने पर पूरे प्रदेश में मकर संक्रांति मनाई जाएगी। ज्योतिष के अनुसार इस बार ये स्थिति करीब 17 वर्ष बाद बन रही है। सूर्य का मकर राशि में प्रवेश दोपहर 1 बजकर 57 मिनट पर होगा। पुराणों के अनुसार संक्रांति से 15 घटी पहले और बाद तक का समय पुण्यकाल होता है। इस बार यह अवधि 14 तारीख को प्रारंभ होगी, इसीलिए मकर संक्रांति का त्योहर 14 जनवरी को मनाया जाएगा और इसका पुण्यकाल सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक होगा जो बहुत ही शुभ संयोग है।
हालांकि, 15 जनवरी को मकर राशि में सूर्योदय होने के कारण करीब ढ़ाई घंटे तक संक्रांति के पुण्यकाल का दान पुण्य किया जा सकेगा। इसी के चलते संक्रांति का स्नान दोनों दिन यानी 14 और 15 जनवरी को किया जा सकता है। इस संक्रांति पर पूजा अर्चना से विशेष लाभ प्राप्त होगा। मकर संक्रांति पर सूर्य की ये स्थिति आपको ऐश्वर्य, शक्ति, आरोग्य और प्रतिभा सम्पन्न बना सकती है।
इस दिन शुभ फल प्राप्त करने के लिए दान और स्नान करने की परम्परा है। मान्यता है कि इस दिन किए गए दान का फल सौ गुना होकर दान देने वाले को मिलता है। ज्योतिष में राशि अनुसार दान करने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी हो जाती है।
मकर संक्रांति में राशिफल के अनुसार करें दान
मेष राशि वाले जल में पीले पुष्प, हल्दी, तिल मिलाकर अघ्र्य दें। तिल-गुड़ का दान दें। इससे उच्च पद की प्राप्ति होगी।
वृषभ राशि वाले जल में सफेद चंदन, दुग्ध, श्वेत पुष्प, तिल डालकर सूर्य को अघ्र्य दें। बड़ी जिम्मेदारी मिलने के योग बनेंगे।
मिथुन राशि वाले जल में तिल, दूर्वा, पुष्प मिलाकर सूर्य को अर्घय दें। गाय को हरा चारा दें। ऐश्वर्य की प्राप्ति होगी।
कर्क राशि वाले जल में दुग्ध, चावल, तिल मिलाकर सूर्य को अर्घय दें। कलह-संघर्ष, व्यवधानों पर विराम लगेगा।
सिंह राशि वाले जल में कुमकुम, पुष्प, तिल डालकर सूर्य को अर्घय दें। तिल, गुड़, गेहूं, सोना दान दें। उपलब्धि मिलेगी।
कन्या राशि वाले जल में तिल, दूर्वा, पुष्प डालकर सूर्य को अर्घय दें। मूंग की दाल भी दान में दें। शुभ समाचार मिलेंगे।
तुला राशि वाले सफेद चंदन, दुग्ध, चावल, तिल मिलाकर सूर्य को अर्घय दें। व्यवसाय में बाहरी संबंधों से लाभ मिलेगा।
वृश्चिक राशि वाले जल में कुमकुम, पुष्प, तिल मिलाकर सूर्य को अर्घय दें। गुड़ का दान दें। विदेशी कार्यों में लाभ होगा।
धनु राशि वाले जल में हल्दी, केसर, पीले पुष्प व तिल मिलाकर सूर्य को अर्घय दें। शत्रु परास्त होंगे, सफलता मिलेगी।
मकर राशि वाले जल में नीले पुष्प, तिल मिलाकर सूर्य को अर्घय दें। गरीब एवं दिव्यांगों को भोजन दान दें। अधिकार प्राप्ति होगी।
कुंभ राशि वाले जल में नीले पुष्प, उड़द की दाल, सरसों का तेल, तिल मिलाकर सूर्य को अर्घय दें। विरोधी परास्त होंगे।
मीन राशि वाले हल्दी, केसर, तिल मिलाकर सूर्य को अर्घय दें। सरसों, केसर का दान दें। सम्मान, यश बढ़ेगा।