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बर्थडे स्पेशल: 46 साल के हुए गांगुली, आप भी देखिए- दादा की 'दादागिरी' के रिकॉर्ड्स

Arun Mishra
8 July 2018 9:28 AM GMT
बर्थडे स्पेशल: 46 साल के हुए गांगुली, आप भी देखिए- दादा की दादागिरी के रिकॉर्ड्स
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आज सौरव गांगुली का जन्मदिन है और वो 46 साल के हो गए हैं।

नई दिल्ली : सौरव गांगुली भारत के एक ऐसे कप्तान रहे जिन्होंने टीम इंडिया को विदेशों में जीतना सिखाया। गांगुली को दादा भी कहा जाता है। टीम इंडिया के इस दादा ने वर्ल्ड क्रिकेट में अपनी दादागीरी भी दिखाई। आज सौरव गांगुली का जन्मदिन है और वो 46 साल के हो गए हैं। भारतीय क्रिकेट को नयी ऊंचाइयों में पहुंचाने वाले बंगाल टाइगर का क्रिकेट कैरियर काफी अनोखा रहा है।

गांगुली ने भारत के लिए 113 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें 42.18 की शानदार औसत से उन्होंने 7212 रन बनाए हैं। टेस्ट में दादा ने 35 अर्धशतक, 16 शतक और 1 दोहरा शतक जड़ा है। टेस्ट क्रिकेट में 239 उनका सर्वाधिक स्कोर है।

वनडे में भी दादा की 'दादागिरी' मैदान पर चली है। उन्होंने 311 वनडे मैच में 40.73 की औसत से 11363 रन बनाए हैं जिसमें 72 अर्धशतक और 22 शतक शामिल है। क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट आईपीएल में भी सौरव ने 59 मैच खेले हैं। इस दैरान उन्होंने 1349 रन बानए हैं।

सौरव गांगुली सिर्फ बल्लेबाजी में नहीं बल्कि गेंदबाजी में भी कई बार टीम के लिए कमाल करते रहे। उन्होंने टेस्ट में 32, वनडे में 100 और IPL में 10 विकेट लिए हैं।

2003 विश्वकप से पहले का समय भारतीय क्रिकेट के लिये कुछ खास नहीं रहा था। न्यूज़ीलैंड के खराब दौरे के बाद भारतीय टीम विश्वकप में हिस्सा लेना दक्षिण अफ्रीका पहुंची थी। जहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लीग मैच में मिली हार से उभरते हुए टीम ने फाइनल तक पहुंच गई। सौरव की कप्तानी में ही भारतीय टीम साल 1983 के बाद पहली बार साल 2003 में वर्ल्डकप के फाइनल में पहुंची थी।

सौरव गांगुली अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को 20 से ज्यादा टेस्ट मैचों में जीत दिलाने वाले पहले कप्तान हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने 21 टेस्ट जीते। इससे पहले मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में भारत ने 14 टेस्ट मैच जीते थे। उनका यह रिकॉर्ड टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने तोड़ा। धोनी की कप्तानी में टीम ने 27 टेस्ट मैच जीते। इसके अलावा मौजूदा कप्तान विराट कोहली दादा के 21 टेस्ट जीत के रिकॉर्ड की बराबरी कर चुके हैं।

गांगुली वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 10000 रन पूरे करने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं। गांगुली ने 10000 वनडे रन तक पहुंचने के लिए 263 वनडे पारियां खेली। गांगुली से आगे उनके हमवतन और महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर हैं. सचिन ने 259 पारियों में यह कारनामा किया।

वनडे क्रिकेट में सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर के नाम सबसे ज्यादा रनों की साझेदारी करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज है। इन दोनों ने 176 वनडे पारियों में 8227 रनों की साझेदारी की है। इस दौरान दोनों के बीच 26 शतकीय और 29 अर्धशतकीय साझेदारियां हुई। यह वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ पाना फिलहाल बहुत मुश्किल नजर आता है।

वनडे में सबसे ज्यादा मैन ऑफ द मैच रहने के मामले में सौरव गांगुली सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे भारतीय क्रिकेटर हैं। सचिन तेंदुलकर 62 बार मैन ऑफ द मैच बन चुके हैं जबकि गांगुली को 31 बार मैन ऑफ द मैच चुना गया है.।

एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा रनों के मामले में भी गांगुली दूसरे नंबर पर हैं. उनसे ऊपर महज सचिन तेंदुलकर हैं। तेंदुलकर ने 1998 कैलेंडर ईयर में 1894 रन बनाए तो वहीं गांगुली ने 1999 कैलेंडर ईयर में 1767 रन बनाए. तीसरे नंबर पर राहुल द्रविड़ (1999) 1761 रनों के साथ मौजूद हैं।

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