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फूलपुर उप चुनाव में हुकुम का इक्का साबित हो रहे अतीक अहमद के बेटे उमर ,अब्बा के लिए रोज़ कर रहे धुँवाधार प्रचार

फूलपुर उप चुनाव में हुकुम का इक्का साबित हो रहे अतीक अहमद के बेटे उमर ,अब्बा के लिए रोज़ कर रहे धुँवाधार प्रचार
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नवेद खान

जवाहर लाल नेहरू वाली फूल पुर संसदीय सीट सीट पर उप चुनाव की लड़ाई में बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद के उतरने से सपा भाजपा और कांग्रेस का चुनावी समीकरण बुरी तरह प्रभवित हो रहा है हालाँकि भाजपा और समाजवादीपार्टी पहले ही इस सीट पर जीत का दावा कर रही थी. लेकिन अतीक अहमद के मैदान में कूदने से दोनों ही पार्टी के पदाधिकारियो के चेहरे पर हवाईया उड़ने लगी है पहले तो लोगो ने कयास लगाया की अतीक अहमद देवरिया जेल में बंद है. लिहाज़ा उनका चुनावी मैनेजमेंट में दम नहीं होगा लेकिन अतीक अहमद की गैर मौजूदगी में उनके बड़े बेटे उमर अहमद ने पुरे चुनाव की कमान अपने कंधो पर उठा कर फूल पुर की सड़क पर निकल पड़े उमर को बहुत अनुभव न होते हुए भी वो पुरे दिन और आधी रात तक इलाके में लोगो से मिलते है और उन्हें भरोसा देते है की अब्बा ने हमेशा गरीबो के लिए काम किया और साजिश के तहत उनको जेल में डाला गया. अतीक अहमद फूल पुर लोक सभा से एक बार सांसद रह चुके है लिहाज़ा इलाके में उनकी अच्छी पकड़ है और लोग उनको मानते भी है उमर का प्रचार बहुत नेताओ वाला नहीं रहता और वो सरल भावना से लोगो से मिलते है जिससे लोग उमर को काफी पसंद करते है और उनकी बातो को गम्भीरता से सुनते है

क्यों ख़ास है उमर अहमद

अतीक अहमद के बड़े बेटे उमर अहमद संत जोज़फ़ कालेज में पढ़े है और इस वक्त कानून की पढ़ाई कर रहे है घर में पिता अतीक अहमद ५ बार विधायक और एक बार सांसद रहे उनके चाचा खालिद अज़ीम अशरफ एक बार विधायक रहे इसलिए राजनीती का का कहरा उन्होंने अपने घर के बड़ो से सीखा उमर शुरू से ही शांत स्वभाव के है और मिलनसार व्यक्तित्व होने से लोग उनसे काफी प्रभावित होते है उमर की यही पहचान इस उप चुनाव में उनको काफी फायदा दे रही है राजनितिक सूझ बुझ भले ही उनके पिता के बराबर उनके अंदर न हो हो लेकिन कब कहा किस्से किस तरह बात करनी है लोगो की परेशानी किस तरह दूर हो सकती इस पर वो तुरंत फैसला लेने से पहले वो मंथन के बाद निर्णय लेते है यही कारण है की फूल पुर में जब वो गांव में जाते है तो सरतला से सबसे बात करते है और उनके बीच बैठते है।




बाहुबली का बेटा नहीं है ज़रा भी -दबंग

उमर ने कम उम्र में ही अपने अब्बा की परेशानियों को देखा घर में भले ही पैसो या अन्य चीजों की कमी नहीं है लेकिन अतीक अहमद पर कई मामले दर्ज है जिसकी वजह से अतीक अहमद को कई बार जेल जाना पड़ा वर्तमान में वो देवरिया की जेल में बंद है कुछ दिनों पहले उनपर आरोप लगते रहे चाहे हत्या हो या हत्या का प्रयास या फिर ज़मीन कब्ज़े का लेकिन उमर इन छवि से बहुत अलग है शांत स्वभाव ,सबसे मिलना खैरियत पूछना अगर आदमी अनजान भी है तो भी उमर उससे इस तरह बात करते है जैसे वो पहले भी उससे मिल चुके है इसी स्वभाव से ही उमर की फ्रेंड लिस्ट में दोस्तों और साथियो की संख्या काफी ज़्यादा है उनके दोस्त और साथी भी इस उप चुनाव में ज़ोर शोर से प्रचार में लगे उमर का रोज धुँवाधार प्रचार और प्रचार का तरीका देख कर बाकी पार्टियों की परेशानी बढ़ गयी है सपा के उम्मीदवार को कोई पहचानता नहीं कांग्रेस के उम्मीदवार का भले ही इलाहबाद से नाता रहा हो लेकिन शहर से जुड़ाव नहीं है भाजपा के उम्मीदवार वाराणसी के है.लिहाज़ा ऐसे में अतीक अहमद का चुनाव में उतरना और उमर प्रचार अंदाज़ अतीक अहमद की कुछ राह तो आसान करता ही है।


बाहुबली अतीक अहमद के उप चुनाव में उतारने सियासी पारा हुआ गर्म, बड़े बेटे उमर के प्रचार से सभी पार्टियों का समीकरण गड़बड़ाया ।





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