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रिपोर्ट- फैसल खान
बिजनौर : जी हां एक तरफ जहा योगी सरकार प्रदेश की जनता को नई नई सौगात देने में लगी है. तो वही अधिकारी कर्मचारियों ने सरकार को चूना लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है और तो और संविन्दा पर रखे कर्मचारियों ने भी अपने आप को बाहुबली समझ रखा है.
दरअसल पूरा मामला बिजनौर के नगर किरतपुर का है. जहा पर स्थित सरकारी स्वास्थ्य केंद्र बना है जिसमे स्टाफ सहित 11 लोग जो की सव्विद्या कर्मी है.. उनको बिजनौर सी एम ओ द्वारा रखा गया है लेकिन वहा पर केवल एक वार्ड बॉय ही आता है और अन्य सभी कजरी लगा देता है आज जब तमाम शिकायतों के बाद वहां पर मीडिआ कर्मियों ने जाकर मुआइना किया. तो 11 लोगो में से केवल 4 लोग उपास्थित मिले बाकी लोगो का कोई अता पता नहीं था.
मीडिआ कर्मियों ने जब वहां पर मौजूद संविन्दा कर्मियों से पूछा तो उन्होंने चली चली बात करके अपना पीछा छुड़ा लिया. उधर लोग वहां पर उनका इंतजार करते रहते है. साथ ही जब मीडिआ कर्मियों ने एसीएमओ से इस मामले में बात की तो ए सी एम ओ ने मामला संज्ञान में लेने के बाद कार्यवाही की बात करते हुए पल्ला झाड़ लिया. जबकि बिजनौर में स्वास्थ्य सेवा बिलकुल ठप हो चली है सूत्रों की माने तो ये सारा काम ए सी एम ओ और सी एम ओ के सरक्षण में हो रहा है.
पूर्व में भी जिला अस्पताल में अस्पताल स्टाफ की लापरवाही के चलते पांच नवजात शिशुओं की मौत का मंजर देखने को मिला था. जिसमे अस्पताल स्टाफ पर जांच करने हेतु एक टीम गठित की गयी थी उस जांच में क्या हुआ ये बात भी अभी किसी को नहीं बताई. उधर नगर की जनता जो गरीबी श्रेणी के लोग है. इनके निकम्मे पन से परेशान हो चले है लेकिन सी एम ओ के कानो पर जूं तक नहीं रेंग रही और अपने दफ्तर में पिटारे में बैठे सांप की तरह लोगो की मौत का तमाशा देखता रहता है. ऐसा लगता है जैसे रावण राज आ गया हो.