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गाजियाबाद पुलिस ने की बड़ी कामयाबी हासिल, दो चोरों से चोरी की आठ लग्जरी कार की बरामद

गाजियाबाद पुलिस ने की बड़ी कामयाबी हासिल, दो चोरों से चोरी की आठ लग्जरी कार की बरामद
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गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण के अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में रोज कोई न कोई बड़ी कामयाबी हासिल हो रही है। आज फिर लोनी थाना पुलिस ने दी कार चोरों से चोरी आठ लग्जरी करें बरामद की है। यह जानकारी एसएसपी वैभव कृष्ण ने मिडिया को दी।


थाना लोनी पुलिस ने 13 जुलाई को समय करीब 21.30 बजे रात्रि चैकी डीएलएफ क्षेत्र के महाकाल मन्दिर के पास पुस्ता रोड पर संदिग्ध वाहन चैकिंग के दौरान 2 व्यक्तियों को होण्डा सिटी कार सहित गिरफ्तार किया गया। आधुनिक प्रणाली से चैक करने पर उक्त गाडी के सम्बन्ध में ई-एफआईआर नं0 022223 दिनांक 28.6.18 ई-पुलिस स्टेशन पंजीकृत होना पाया गया।


पूछताछ के दौरान उक्त व्यक्तियों द्वारा गाडियां चोरी कर प्रीतिविहार डीएलएफ की खाली पड़ी जगह पर खडी करना बताया तथा 3 अन्य साथी होना भी बताया। जिनके द्वारा इन गाडियों को मणिपुर, त्रिपुरा आदि राज्यों में भेजते हैं। जहाँ से ये गाडियाँ नेपाल, भूटान आदि देशों को बाहर भेज देते हैं। जिससे इनके अच्छे पैसे भी मिल जाते हैं। दोनों ने बताया कि हम गाडियों के लॉक तोडते हैं तथा लेपटॉप की मदद से यह भी पता कर लेते हैं कि गाडी में जीपीएस लगा है कि नहीं। अगर लगा होता है तो चोरी करने वाली गाडी से जीपीएस डी-एक्टिवेट कर देते हैं। फिर गाडी चोरी करते है।


अभियुक्तगण की निशादेही पर स्थानीय पुलिस प्रीति विहार में खाली पड़ी जगह पहुंची जहां से पुलिस टीम को आता देख वहां खडे 4 अभियुक्त मौके से फरार हो गये, उक्त स्थान से 8 गाडियां बरामद की गयी।


गाडियों के लॉक तोडने का तरीका
अभियुक्तगण ने बताया कि चोरी करने वाली गाडी को चिन्हित कर उस पूरे स्थानीय क्षेत्र में आने-जाने वाले एवं पुलिस पार्टी पर नजर रखने जगह निश्चित कर खडे हो जाते थे तथा दो व्यक्ति गाडी के पास जाकर पहले खिडकी लॉक ड्रिल मशीन एवं डुप्लीकेट चाबी से खोलते हैं व लेपटॉप की मदद से गाडी का सेंसर बन्द कर देते हैं फिर गाडी में बैठकर लेपटॉप की मदद से उसमें लगे जीपीएस को चैक कर यदि जीपीएस लगा होता है तो उसे भी बन्द कर देते हैं और गाडी लेकर चले जाते हैं। शेष साथी अपनी गाडियों से आ जाते हैं। गाडी का सेंसर लॉक व जीपीएस खोलने का मास्टरमाइंड सगीर है जो कि कम्प्यूटर कार्य में दक्ष है, जो मौके से भाग गया। भागे हुये अभियुक्तों के बारे में बताया कि हम केवल नाम जानते हैं उनका पता नहीं जानते हैं हम लोग एक-दूसरे से वाट्स-एप से संपर्क करते हैं। पुलिस ने गिरफतार दोनों अभियुक्तों को जेल भेजा है।

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