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मक्के के खेत मे मिला घायल सिपाही, गोली मारे जाने की आशंका

मक्के के खेत मे मिला घायल सिपाही,  गोली मारे जाने की आशंका
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मौके से साथी की पिस्टल सहित कारतूस बरामद, साथी सिपाही को हिरासतमें लेकर पूछताछ जारी

हरदोई: रविवार सुबह एक सिपाही के संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने की सूचना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मौके पर पंहुची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल सिपाही को इलाज के जिला अस्पताल में भर्ती कराया जंहा से उसे लखनऊ रिफर कर दिया गया है।


कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के ग्राम कुर्रिया से जाने वाली कच्ची सड़क के पास एक मक्के के खेत में एक युवक खून से लथपथ घायल अवस्था में पड़ा मिला। युवक के कराहने की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पंहुचे ओर उन्होंने पुलिस को घटना की सूचना दी। घायल युवक के पास से पिस्टल दो जिंदा कारतूस,पिस्टल में फंस कारतूस व एक खाली खोखा तथा एक डंडा पड़ा मिला है।


घायल युवक के पास पड़ी मिली पिस्टल घायल के साथी सिपाही राहुल दुबे की बताई जा रही है सिपाही के कनपट्टी पर गोली मारी गई है। मक्के के खेत में काफी खून फैला था और फसल टूटी होने से अंदाजा लगाया जा रहा है कि अक्षत को गोली मारने से पूर्व वहां पर उसके साथ मारपीट भी की गई है।


ग्रामीणों से मिली सूचना पुलिस पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल युवक की पहचान पुलिस लाइन में तैनात सिपाही अक्षत बालीयान के रूप में की है। गंभीर रुप से घायल सिपाही अक्षत को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया जंहा से उसे प्राथमिक उपचार के बाद लखनऊ रेफर कर दिया गया है।


सिपाही को गोली मारे जाने की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक विपिन कुमार मिश्र जिला अस्पताल पहुंचे और उन्होंने अपने सामने ही सिपाही को इलाज के लिए रिफर कराकर लखनऊ भिजवाया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक के साथ क्षेत्राधिकारी नगर शैलेन्द्र सिंह राठौर सहित पुलिस विभाग के आला अधिकारी व भारी संख्या में पुलिसबल मौजूद रहा। पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि जिस सिपाही की पिस्टल है उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है।


उन्होंने कहा है कि घटना संदिग्ध प्रतीत हो रही है इसलिए जांच के बाद ही वह कुछ कह सकते हैं कि घटना क्यों और कैसे हुई। बीते शनिवार सिपाही अच्छे बालियान का पुलिस लाइन में किसी अज्ञात व्यक्ति से झगड़ा हो गया था जिसके बाद झगड़े की बात आई गई हो गई लेकिन उसके अगले ही दिन ऐसी घटना हो जाने से कयासों का बाजार गर्म है।


प्रथम द्रष्टया घटना सुबह की दिखाई पड़ रही है क्योंकि अगर यह घटना रात की होती तो इतनी बुरी तरह से घायल सिपाही का सुबह तक जीवित रह बच पाना मुश्किल था। पुलिस लाइन में तैनात उसके साथी सिपाही घटना के बारे में कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।

ओम त्रिवेदी

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