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यूपी में थानाध्यक्ष की आवास में चाकुओं से गोदकर निर्मम हत्या
कानपुर: यूपी के कानपुर में थाना परिसर के अंदर एक दरोगा की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। दरोगा के शरीर पर कई जगह चाकू के घाव हैं। बताया जा रहा है कि मृतक दरोगा बच्चा लाल की दिसंबर में घाटमपुर थाना सजेती में एचसीपी के पद पर तैनाती हुई थी। दरोगा थाना परिसर में बने सरकारी आवास में रहते थे। बीते सोमवार को दरोगा ड्यूटी करने के बाद अपने आवास पर चले गए।
बता दें कि अगले दिन बीते मंगलवार को वह पूरे दिन थाने में नहीं दिखे। शाम को थाने के दीवान किसी कागज में हस्ताक्षर कराने के लिए उनके घर पर गए तो उन्होंने दरोगा को मृतक पाया। इसके बाद थाना परिसर में हड़कंप मच गया। थाने के अंदर ही खुद दरोगा की हत्या से पूरी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है।
आपको बता दें कि इन दिनों उत्तर प्रदेश सरकार अपराध पर लगाम लगाने के लिए तमाम प्रयास कर रही है। विभिन्न जिलों में अपराधियों के एनकाउंटर भी हो रहे हैं। हालांकि एनकाउंटर का मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच चुका है। एक एनजीओ की ओर से दी गई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार को नोटिस जारी कर दो हफ्ते में जवाब मांगा है। याचिका में पुलिस मुठभेड़ों को फर्जी को बताया गया है और मामले की जांच कोर्ट की निगरानी में सीबीआई से कराने की मांग की गई है।
साथ ही कोर्ट से कहा है कि एक साल में राज्य में 1500 फर्जी एनकाउंटरों में 58 लोगों की मौत हो चुकी है। इनकी जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई से करानी चाहिये और पीड़ितों को मुआवजा दिया जाये। दूसरी तरफ, अब थाने के अंदर ही दरोगा की हत्या ने पुलिस महकमे और योगी सरकार के तमाम दावे पर सवाल खड़े कर दिए है।