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योगी कैबिनेट का बदलाब जल्द, ये होगा नया स्वरुप!

योगी कैबिनेट का बदलाब जल्द, ये होगा नया स्वरुप!
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हाईलाईटस

* योगी आदित्यनाथ सरकार यूपी में विभागों की संख्या घटाने की तैयारी में है.

* नीति आयोग की अनुशंसा पर उत्तर प्रदेश के प्लानिंग डिपार्टमेंट ने किया मसौदा तैयार.

*केंद्र सरकार की तरह होगी प्रक्रिया लागू, 90 विभागों को घटाकर 34 तक लाया जाएगा.

*ऐसे में यूपी में मंत्रियों की संखया 68 तक हो सकती है, लेकिन अभी तक 60 की मंजूरी है

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जल्द है पाने कैबिनेट में बड़े बदलाब करते नजर आयेंगे. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सीएम योगी आदित्यनाथ से इस मामले पर बड़ी खास बात की. इसके बाद सरकार में 90 विभागों से घटकर 34 हो जायेगी. यह व्यवस्था केंद्र सरकार की तरह यूपी में लागू होगी. कम विभाग होने से एक विभाग के दो मंत्री होंगे एक कैविनेट और एक राज्य मंत्री स्तर का उनका साथी होगा. इससे ख़राब प्रदर्शन करने वाले मंत्रियों से निजात मिलेगी वहीँ नए काम करने वाले चेहरों को मौका भी मिलेगा.


सरकार के उच्च सूत्रों ने बताया है कि नीति आयोग की अनुशंसाओं के आधार पर स्टेट प्लानिंग डिपार्मेंट ने इस बदलाव के लिए फाइनल ड्राफ्ट प्लान तैयार कर लिया है. इसे अगले महीने किसी भी समय लागू किया जा सकता है. एक कैबिनेट मिनिस्टर ने कहा कि इस संबंध में सीएम की तरफ से अंतिम फैसला जल्द लिया जाएगा.प्रस्ताव के मुताबिक एक मंत्री के पास दो या दो से अधिक नहीं बल्कि केवल एक विभाग की जिम्मेदारी होगी.


मंत्री ने कहा कि ऐसी स्थितियां है जहां एक अधिकारी एक से अधिक मंत्रियों को रिपोर्ट करता है. ऐसे में अक्षमता को बढ़ावा मिलता है. नई व्यवस्था में नए लोगों को भी मौका मिलेगा चाहे वह जूनियर मिनिस्टर के तौर पर ही क्यों न हो. मंत्री ने कहा कि यह व्यवस्था केंद्र सरकार की तरह होगी जहां हर मंत्रालय की जिम्मेदारी एक कैबिनेट मंत्री और उनके जूनियर साथी (राज्य मंत्री) पर होती है.

ऐसे में यूपी काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स की संख्या 68 तक हो सकती है. हालांकि इसकी अधिकतम स्वीकार्य संख्या 60 ही है. बुधवार को अमित शाह, योगी आदित्यनाथ और पार्टी पदाधिकारियों के बीच हुई मैराथन बैठक के दौरान इस प्लान पर भी बातचीत हुई. मीटिंग की बातों की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि शाह और योगी, दोनों नेता ही इस नई व्यवस्था पर सहमत हैं.


देखना अब यह होगा कि यह नई व्यवस्था उत्तर प्रदेश में कब तक लागू होती है. उसके बाद किस किस मंत्री का रुकना और जाना तय होगा. इसके बाद कई नए चेहरों को मौका दिए जाने के भी प्रबल संकेत मिले है. तो कई पुराने चेहरों की छुट्टी होना भी तय है.

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