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अखिलेश यादव ने दिए अकेले चुनाव लड़ने के संकेत, तैयारी शुरू

अखिलेश यादव ने दिए अकेले चुनाव लड़ने के संकेत, तैयारी शुरू
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अखिलेश यादव ने कहा कि मूल मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने की ताकत भाजपा में है। इन पर कौन विश्वास करेगा?
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज यहां पार्टी कार्यकर्ताओं का आव्हान किया कि अब सभी को सन् 2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुट जाना है। अगली लड़ाई के लिए मजबूत तैयारी में संगठन को बूथ स्तर तक सक्रिय करना है। उन्होंने कहा कि आने वाला समय देश के लिए महत्वपूर्ण होगा। समाजवादी पार्टी की साईकिल रूकने वाली नहीं है। हमारे पक्ष के वोट बर्बाद न हो इसकी सतर्कता बरतनी होगी। सन् 2022 में भारी बहुमत की सरकार बनाने के लिए भी तैयारी करनी हैं।
अखिलेश यादव आज सैकड़ों की संख्या में आए प्रमुख कार्यकर्ताओं को पार्टी मुख्यालय, लखनऊ के डाॅ0 लोहिया सभागार में सम्बोधित कर रहे थे। यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार से 10 माह में ही जनता का मोहभंग हो गया है। समाजवादी पार्टी जनता की पार्टी है जबकि भाजपा प्रबंधकीय पार्टी है। सपा का जनाधार गांव, गरीब और किसान है। भाजपा भ्रम फैलाकर चुनाव जीतने की कला में निपुण है। भाजपा समाज के सद्भाव को बिगाड़ती है, लोगों को धर्म-जाति में बांटती है। उसका किसान गरीब, मजदूर, किसान से लेना देना नहीं है।
समाजवादी पार्टी का एजेण्डा है सामाजिक सद्भाव जबकि भाजपा जातिवाद और नफरत के रास्ते पर चलती है। समाजवादी पार्टी की सरकार ने जितना विकास किया उसका कोई मुकाबला नहीं कर सकता है। भाजपाई करते कुछ नहीं है। साजिश, अफवाह यही भाजपा के हथियार हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि मूल मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने की ताकत भाजपा में है। इन पर कौन विश्वास करेगा? उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के खिलाफ भाजपा इसलिए साजिश करती है क्योंकि भाजपा के लिए चुनौती समाजवादी पार्टी हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि लोकतंत्र में अगर वोटिंग मशीन पर भरोसा नहीं रहेगा तो जनता का भरोसा भी नहीं रहेगा। जब ईवीएम की कार्यप्रणाली पर संदेह किया जा रहा है तो बैलेट पेपर से चुनाव कराने में क्या परेशानी होगी? स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए उसकी विश्वसनीयता बनी रहना जरूरी है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने पूछा कि भाजपा ने जनहित में कौन कदम उठाए है? किसान परेशान है। उसको लागत का मूल्य भी नहीं मिल रहा है। आलू किसान अपनी फसल सड़कों पर फेंक रहे हैं। गन्ना किसानों का बकाया भुगतान रूका हुआ है। भाजपा सड़क, बिजली, पानी, जैसे जनता के मुद्दों को नहीं छूती है, वह भटकाने और बहकाने का काम करती है। उन्होंने कहा कि दो इंजन की सरकारें काम नहीं कर रही हैं। हम गरीबों के अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहेंगे। आबादी के हिसाब से विभिन्न समाजों को उनके हक मिलने चाहिए।
यादव ने कहा कि श्रमिकों, ग्रामीणों और गरीबों के आवागमन का सस्ता और सुलभ साधन साइकिल है। साइकिल प्रदूषण मुक्त वातावरण बनाने में सहायक है। भाजपा इसके भी विरोध में है। इससे पता चलता है कि भाजपा की मानसिकता और उनकी नीतियां बड़ी-बड़ी गाड़ियों के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर भाजपा सरकार ने छोटी गाड़ियों और यहां तक कि दुपहिया वाहनों पर भी टोल टैक्स लागू कर दिया है।

अखिलेश यादव ने कहा कि जब हमने विरोध किया तो अब भाजपा ने कहा है कि दुपहिया वाहन पर टोल टैक्स नहीं लगेगा। हमारा तो यह भी कहना है कि एक्सप्रेस-वे पर चलने वाले 20 लाख रूपये तक के वाहनों पर कोई कर नहीं लगना चाहिए। भाजपा जन साधारण के हितों के बारे में नहीं सोचती है। समाजवादी सरकार बनने पर इसे लागू किया जाएगा।
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