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डीजीपी ने दिया द्वारा थाना स्तर पर डिजिटल वालंटियर बनाने के निर्देश

डीजीपी ने दिया द्वारा थाना स्तर पर डिजिटल वालंटियर बनाने के निर्देश
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UP DGP OP Singh (File Photo)
वर्तमान समय में जहाॅ एक ओर सोशल मीडिया द्वारा संचार क्रांति का प्रार्दुभाव हुआ है, वहीं दूसरी ओर अराजक तत्वों द्वारा कानून व्यवस्था एवं सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने हेतु इस प्लेटफार्म का दुरूपयोग कर भ्रामक खबरों/फोटो/वीडियो को प्रसारित किया जा रहा है। हाल में ही कुछ राज्यों में इन अफवाहों के आधार पर निर्दोष लोगों की हत्या भी हुई है। केन्द्र सरकार द्वारा वाट्सएप को इन अफवाहों को रोकने के लिये कड़े कदम उठाये जानें हेतु निर्देशित किया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस भी सोशल मीडिया पर डाली जानें वाली उपरोक्त अफवाहों को रोकने के लिये तत्पर है।
इस चुनौती का सामना करने के लिये पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश ओपी सिंह की पहल पर प्रदेश के सभी 1469 थानो पर वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से 250 डिजिटल वालंटियर बनाये जाने का निर्णय लिया गया है। प्रत्येक थाने का वाट्सएप ग्रुप जनपदीय वाट्सएप ग्रुप से जुड़ा रहेगा। सभी जनपदीय वाट्सएप ग्रुप पुलिस महानिदेशक, मुख्यालय से जोड़े जायेंगे। उक्त वाट्सएप ग्रुप में निम्न प्रकार के व्यक्ति सम्मिलित होंगेः-
  1. शिक्षक
  2. प्रधानाचार्य
  3. सेवानिवृत्त सैनिक
  4. पुलिस पेंशनर्स
  5. क्षेत्र के पत्रकार
  6. सामाजिक संगठन
  7. पूर्व/वर्तमान सभासद
  8. पूर्व/वर्तमान ग्राम प्रधान
  9. पूर्व/वर्तमान बीडीसी सदस्य
  10. छात्र नेता
  11. आशा बहू
  12. ग्राम सचिव
  13. एएनएम
  14. कोटेदार
  15. डाक्टर
  16. वकील
  17. प्रमुख व्यापारी (व्यापार मण्डल के पदाधिकारी)
  18. मंदिर/मस्जिद के पुजारी/मौलवी
  19. विशेष पुलिस अधिकारी
  20. सिविल डिफेंस
  21. क्षेत्र के होमगार्ड
  22. अन्य महत्वपूर्ण व्यक्ति
इन लोगों को वाट्सएप ग्रुप में सम्मिलित होने हेतु यूपी पुलिस के वेबसाइट पर उपलब्ध डिजिटल वालंटियर फार्म को भरना होगा।
डिजिटल वालंटियर का चयन जनपद स्तर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में एक कमेटी द्वारा किया जायेगा। वालंटियर्स के चयन में यह आवश्यक है कि प्रत्येक गांव/कस्बा/वार्ड/मोहल्ला से न्यूनतम दो-दो वालंटियर्स चुने जायें, जिससे थाने के हर क्षेत्र का प्रतिनिधित्व मिल जाय। उक्त कमेटी में सम्बन्धित अपर पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक अपराध, क्षेत्राधिकारी व थानाध्यक्ष भी सम्मिलित होगें। कमेटी द्वारा गहन विचार-विमर्श करके बायोडाटा के आधार पर ऐसे व्यक्तियों को चिन्हित किया जायेगा, जो सामाजिक रूप से प्रभावशाली, शान्ति-व्यवस्था में सहयोग देने वाले, सोशल मीडिया पर सक्रिय एवं स्वच्छ छवि के हों। इनका मुख्य कर्तव्य क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अफवाह फैलने पर अपने क्षेत्र में व्यक्तिगत रूप से एवं सोशल मीडिया द्वारा सही तथ्यों से जनसामान्य को अवगत कराते हुए, पुलिस का सहयोग करना होगा।
डिजिटल वालंटियर के कर्तव्य
1. आकस्मिक घटना की सूचना तत्काल यूपी 100 पर दी जाय।
2. क्षेत्र में किसी प्रकार की अफवाह फैलने पर पुलिस को उसकी सूचना देना। अफवाहों के संबंध में जनसामान्य को सही तथ्यों से व्यक्तिगत रूप से एवं सोशल मीडिया के माध्यम से अवगत कराते हुए अफवाहों का खंडन करना।
3. क्षेत्र में बाहर से आकर होटल, सराय में रूकने वाले अथवा किराए पर रहने वाले संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी होने पर पुलिस को अवगत कराना।
4. स्कूल, काॅलेज एवं कोचिंग संस्थानों के आसपास दुकानों और ठेलों आदि पर अनावश्यक बैठने वाले मनचलों की जानकारी देना।
5. क्षेत्र में होने वाले अवैध व्यापार जैसे शराब, गांजा, स्मैक आदि व इनमें लिप्त व्यक्तियों की जानकारी देना।
6. क्षेत्र में लगने वाले मेले एवं त्यौहार के संबंध में कानून व्यवस्था से सम्बन्धित कोई बात होने पर तत्काल जानकारी में लाना।
7. क्षेत्र में रहने वाले पुराने अपराधी जो हत्या, लूट, डकैती, अवैध शस्त्र बेचने, अवैध शराब बिक्री, बलात्कार आदि में जेल में बंद रहे हों व जमानत पर बाहर आकर यदि आपराधिक गतिविधि करते हैं, तो उसकी जानकारी देना।
8. किसी भी प्रकार की साम्प्रदायिक समस्या के होने पर दोनों पक्षों के लोगों से वार्ता कर समस्या का समाधान कराने में पुलिस का सहयोग करना।
9. किसी भी प्रकार की घटना/दुघर्टना के होने पर जनता के लोगों द्वारा आक्रोश में आकर किये जाने वाले धरना-प्रदर्शन पर उनको समझाने में पुलिस का सहयोग करना।
10.. गांव की किसी जमीन के कब्जे/बंटवारे संबंधी समस्या में पुलिस द्वारा लगायी जाने वाली जनचैपाल में भाग लेकर गांव की समस्या गांव में ही निपटाने में पुलिस का सहयोग करना।
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