- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
सपा सरकार ने ही काटी थी दलित महापुरूषों के नाम पर बने पार्कों की बिजली- शलभ मणि त्रिपाठी
शिव कुमार मिश्र
24 March 2018 2:13 PM GMT
x
आजम खान खुलेआम करते रहे बाबा साहब पर अभद्र टिप्पणी, गठबंधन के नाम पर सपा ने फिर दिया बसपा को धोखा
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि गठबंधन के बहाने गेस्ट हाउस कांड में बहन मायावती जी पर जानलेवा हमला कर उनके साथ दुर्व्यहार करने वाली समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर गठबंधन के नाम पर बीएसपी को धोखा दिया है। बीएसपी की मदद से गोरखपुर का चुनाव जीतने वाली समाजवादी पार्टी ने बीएसपी को धोखे में रखा और जब राज्यसभा चुनाव में वोट करने की बारी आई तब बीएसपी के उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर की जगह अपने उम्मीदवार को वोट दिलाकर बीएसपी प्रत्याशी को हरा दिया। देश और प्रदेश के लोग समाजवादी पार्टी के धोखेबाजी के इस चरित्र को बखूबी समझते हैं। किसे याद नहीं है कि समाजवादी पार्टी की अखिलेश यादव सरकार में किस तरह दलित महापुरूषों के नाम पर बने स्मारकों की ना सिर्फ बिजली पानी काट दी गई बल्कि इन इन स्मारकों में लगे सफाईकर्मियों को भी हटाकर इन्हें बर्बाद होने के लिए छोड़ दिया गया। भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन पार्कों और चौराहों पर लगी दलित महापुरूषों की मूर्तियों की रंगो रोगन कराई, वहां बिजली पानी का इंतजाम कराया और हर सरकारी दफ्तरों में संविधान निर्माता बाबा साहब की तस्वीरें लगवाईं।
शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि समाजवादी पार्टी से गठबंधन करने वाली बहन मायावती जी भला ये कैसे भूल गई कि समाजवादी पार्टी की सरकारों में किस तरह चुन-चुन कर दलित भाइयों को निशाना बनाया गया। उनका उत्पीड़न हुआ और थानों पर समाजवादी पार्टी के एजेंटों के तौर पर तैनात पुलिस अधिकारियों ने बेगुनाह दलितों को फर्जी मुकदमों में फंसाया, दलितों की जमीनों पर कब्जा करने वाले भी सपाई गुण्डे ही थे। मायावती जी और अखिलेश जी को अपनी राजनीतिक मजबूरियांे के चलते बेमेल गठबंधन करना पड़ा हो पर निचले स्तर पर शोषक और शोषित वर्ग में गठबंधन असम्भव है।
शिव कुमार मिश्र
Next Story