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मंत्री के रिश्तेदार की हत्या की चिंता नहीं है, लेकिन सपा कार्यकर्ता के फोन चेक कराने की चिंता ज्यादा है - अखिलेश यादव

मंत्री के रिश्तेदार की हत्या की चिंता नहीं है, लेकिन सपा कार्यकर्ता के फोन चेक कराने की चिंता ज्यादा है - अखिलेश यादव
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सरकार अपराधियों की बजाय केवल राजनीतिक प्रतिद्वंदियों पर शिकंजा कसना चाहती है. राजनीतिक द्वेष भावना के चलते सरकार समाजवादियों के फोन टेप करा रही है
जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट में समाजवादी पार्टी के मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रविवार को पार्टी के कार्यकर्ताओं से मिले. इस दौरान प्रदेश में पुलिस महानिदेशक की नियुक्ति पर अखिलेश ने योगी सरकार पर तंज कसा. साथ ही गोरखपुर महोत्सव पर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरने की कोशिश की.
अखिलेश ने डीजीपी की नियुक्ति पर तंज कसा कि कल से 'शुभ दिन' शुरू होने पर यूपी को नया डीजीपी मिलने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि यूपी की कानून-व्यवस्था के प्रति सरकार गंभीर नहीं है. कानून-व्यवस्था को सुधारने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रही है. लगातार हो रही अपराधिक घटनाओं को रोकने में योगी सरकार पूरी तरह से नाकाम है. रोज अपराध बढ़ रहा है कम होने का नाम नहीं ले रहा है.
मथुरा में दुग्ध विकास मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण के रिश्तेदार की हत्या का मुद्दा उठाते हुए अखिलेश ने कहा कि जब मंत्री और उनके परिजन ही योगी सरकार में सुरक्षित नहीं हैं तो ऐसे हालात में आम आदमी की सुरक्षा कर पाना बड़ा सवाल है. अखिलेश ने कहा कि अपराधियों ने योगी सरकार का मजाक बना रखा है. मंत्री के रिश्तेदार की दिन दहाड़े हत्या हो जाती है और प्रसाशन अभी तक खामोश है.
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार अपराधियों की बजाय केवल राजनीतिक प्रतिद्वंदियों पर शिकंजा कसना चाहती है. राजनीतिक द्वेष भावना के चलते सरकार समाजवादियों के फोन टेप करा रही है. उनको घरों से गिरफ्तार करा रही है.
अखिलेश ने आरोप लगाया कि योगी सरकार ने समाजवादियों के 10 हजार फोन कॉल टेप कराए हैं. दरअसल आलू कांड में समाजवादियों को फंसाने के लिए ये फोन कॉल टेप कराए गए. अखिलेश ने कहा कि किसान किसी भी सोच और विचारधारा का हो सकता है.
गोरखपुर महोत्सव के मुद्दे पर अखिलेश यादव ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ को महोत्सव के आयोजन को लेकर सफाई नहीं देनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि गोरखपुर ही नही यूपी के सभी 75 जिले वीवीआईपी हैं. यूपी के सभी जिलों में महोत्सव का आयोजन होना चाहिए. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी कला-संस्कृति के बढ़ावे, महोत्सव के आयोजन की पक्षधर है. साथ ही अखिलेश ने चुटकी लेते हुए कहा कि गोरखपुर में सैफई से बड़ा महोत्सव होना चाहिए था.
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