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ये सीरिया नहीं है, ये उत्तर प्रदेश है, मेरठ में वीभत्सतम घटना

ये सीरिया नहीं है, ये उत्तर प्रदेश है, मेरठ में वीभत्सतम घटना
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भाजपा सांसद , विधायक , नेता , मंत्री मिलें तो उनसे एक सवाल जरूर करिये , कहाँ है कानून व्यवस्था ?

मेरठ जिले के प्रतापपुर के सोरखा गाँव में दिन दहाड़े दोहरे हत्याकांड से हडकम्प मच गया. हत्याकांड निजी रंजिश के चलते हुआ. मृतक माँ बेटे पिछली साल की गई अपने पति की हत्या के गवाह थे. जिसकी आज कोर्ट में गवाही होनी थी. लेकिन उससे ठीक 24 घंटे पहले ही यह हादसा हो गया.

2016 में इसी परिवार के मुखिया नरेंद्र की हुई हत्या के मामले में दोनों की गुरुवार को कोर्ट में गवाही होनी थी. गोलियां बरसाते तीनों हमलावर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए हैं.एसएसपी मंजिल सैनी ने इस हत्याकांड में परतापुर इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. पुलिस ने एक आरोपी गोलू उर्फ तरुण को गिरफ्तार कर लिया है.

परतापुर थानाक्षेत्र के गांव सोरखा निवासी बलमेंद्र (28) उर्फ भोलू सुबह करीब सवा 11 बजे अपनी स्विफ्ट कार से मेरठ के लिए निकले थे. बलमेंद्र समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी थे. वह अपने घर से 500 मीटर दूर एक कोल्हू के पास पहुंचे तो सामने से आए बाइक सवार तीन बदमाशों ने उसकी कार को रुकवा लिया. कार रुकते ही युवकों ने उस पर गोली चला दी.उन्होंने कार भगाई. कार एक घेर का दरवाजा तोड़ते हुए अंदर घुस गई और रुक गई। इसके बाद बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं. उनकी मौके पर ही मौत हो गई. बलमेंद्र की हत्या करने के बाद आरोपी अपनी बाइक घटनास्थल पर छोड़कर पैदल ही ताबड़तोड़ फाय¨रग करते उसके घर पहुंचे. यहां घर के बाहर चारपाई पर बैठी बलमेंद्र की 60 साल की मां निछत्तर कौर पर भी गोलियां बरसा दीं. उनकी भी मौके पर मौत हो गई। इसके बाद आरोपी जंगल के रास्ते फरार हो गए.

बलमेंद्र की बहन शालू ने बताया कि 2016 में उसके पिता नरेंद्र की चुनावी रंजिश में हत्या कर दी थी. हत्या में गांव के ही सोबीर उर्फ मालू को नामजद कराया गया. यह केस अदालत में चल रहा है. गुरुवार को बलमेंद्र और उसकी मां की गवाही होनी थी. गवाही न हो, इसलिए दोनों को मार डाला गया. बलमेंद्र की पत्‍‌नी कंचन ने गांव के ही चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है

एसएसपी मंजिल सैनी ने परतापुर इंस्पेक्टर रघुराज सिंह, एसएसआइ संजय सिंह, एसआइ दिलशाद अहमद, कांस्टेबल अंकुश कुमार, थाने के पैरोकार कांस्टेबल पंकज कुमार को सस्पेंड किया है. इन सभी पर आरोप है कि मारे गए मां-बेटा की गवाही थी, लेकिन पीड़ित परिवार की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया गया.

एसएसपी मंजिल सैनी ने कहा कि हत्या में शामिल तीन आरोपियों में से दो को पहचान लिया गया है. अभी एक हत्यारे की पहचान बाकी है. जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. किसी भी आरोपी को बख्सा नहीं जाएगा. उत्तर प्रदेश की जनता से एक निवेदन है कि अगर आपको भाजपा सांसद , विधायक , नेता , मंत्री मिलें तो उनसे एक सवाल जरूर करिये , कहाँ है कानून व्यवस्था ?

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