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भारतीय गणराज्य वनस्पति उद्यान के पुनर्विकास और उन्नयन कार्यो हेतु मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने किया शिलान्यास

भारतीय गणराज्य वनस्पति उद्यान के पुनर्विकास और उन्नयन कार्यो हेतु मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने किया शिलान्यास
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भारतीय गणराज्य वनस्पति उद्यान (भा.ग.व.उ.) के पुनर्विकास और उन्नयन कार्यो हेतु डॉ. हर्षवर्धन, डॉ. महेश शर्मा, दारा सिंह चौहान, पंकज सिंह एवम धीरेंद्र सिह ने 12 मई, 2018 को शिलान्यास किया
वर्तमान परिपेक्ष मे जलवायु परिवर्तन से देश की वनस्पती विविधता और प्राक्रतिक संसाधनो का संरक्षण किया जाना समय की मांग है इस लक्ष्य को पूरा करने के लिये बि.जि.आइ.आर. प्रोजेक्ट को प्रारम्भ किया गया था जिससे देश मे संकट ग्रस्त वनस्पियो को संरक्षित किया जा सके इस उद्यान को विश्व के सबसे आधुनिक उद्यान के रूप मे विकसित करने की परियोजना के अंतरगत आज भारतीय गणराज्य वनस्पति उद्यान के पुनर्विकास और उन्नयन कार्यो का शिलान्यास किया जा रहा है।



इस अवसर पर पर्यावरण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा की यह उद्यान आधुनिक समय के वनस्पति उद्यानों में से एक सबसे विशिष्ट लैंडस्केप में विकसित किया जाऐगा इस उद्यान के निम्नलिखित उद्देश्यों है।

 पौधसंग्रह, अनुसंधान, प्रशिक्षण, पर्यावरण शिक्षा, जन जागरूकता, सौंदर्य शास्त्र और मनोरंजन के रख-रखाव के माध्यम से पोधजैवविविधता संरक्षण।
 आरईटीऔर स्थानिक प्रजातियों के पौधों के संरक्षण में उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में कार्य करने के लिए।
 पौधविविधतासंरक्षण और जरूरतों पर शिक्षा के माध्यम से जनजागरूकता पैदा करना।
इस अवसर पर्यावरण राज्य मंत्री डॉ. महेश शर्मा, ने बताया कि यह दिल्ली एनसीआर की सबसे बडी बॉटेनिकल गार्डन परियोजना है जो बडी संख्या में युवाओं एवं विघार्थियों के लिए एक ज्ञान का स्रोत्र बनेगा । इस प्रागंण में वर्चुअल म्यूजियम के माध्यम से देश के युवाओं को वनस्पति विज्ञान के बारे में भी जानकारी मिलेगी व वनस्पति विभाग की लुप्त प्रजातियों को संरक्षण मिलेगा ।



163.5 एकड़ जमीन मे फैले इस उद्यान क लैंड्स्केप परिवर्तित किया जाएगा । बॉटनिक गार्डन मे उष्णकटिबंधीय और तापमान संयंत्र संरक्षक, जीन बैंक, बीज बैंक, हरबारीयम इकाई, आर्किड हाउस, कैक्टस हाउस, नर्सरी, संयंत्र जैवविविधता, अनुसंधानसुविधा, शिक्षाऔरसंरक्षण का विकास किया जायेगा । यह उद्यान दिल्ली एन सी आर क्षेत्र मे एक महत्वपूण पर्यटक स्थान के रूप मे विकसित किया जायेगा ।

इस अवसर पर डा शर्मा ने बताया की इस महत्वाकाक्षी परियोजना को अनुमानित 400 करोड रु. की लागत से विकसित किया जायेगा और इसके प्रथम चरण का कार्य इसी वर्ष २०१८ तक पूरा कर लिया जायेगा । डा. शर्मा ने इस अवसर पर 20 वर्षो से लम्बित इस परियोजना को पुनरुधार करने हेतु एक निश्चित समय अवधी मे पुरा करने का संकल्प दोहरया । यह परियोजना पिछली सरकारो मे लम्बित परियोजनाओ मे से एक है जो जो की तत्कालिन्न सरकार द्वारा पुरा करने का संकल्प लिया गया है ।

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