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नोएडा ऑथोरिटी घोटाले में पीसी गुप्ता ने खोले कई अहम राज, ये अधिकारी भी हुए गायब
नोएडा में यमुना ऑथोरिटी में हुए घपले में पीसी गुप्ता ने कई अहम राज खोले है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में तत्कालीन तहसीलदार रणवीर सिंह की भूमिका भी संदिग्ध प्रतीत हो रही है. यह घोटाला 126 करोड़ का है. इस घोटाले में अगर रणवीर सिंह को गिरफ्तार किया गया तो होंगे कई अहम खुलासे. इसमें खुलासे के बाद चार दर्जन से ज्यादा आईएएस फंस सकते है. फिलहाल तहसीलदार रणवीर सिंह फरार है. पुलिस उसकी तलाश में लगी हुई है.
जमीन अधिग्रहण मामले में मुख्य कर्ता धर्ता तो तहसीलदार ही रहा होगा. जो भी बैनामा होता है उसकी जानकारी उसको जरुर होती है. इस घोटाले को लेकर मेरठ कमिश्नर डॉ प्रभात कुमार पूरी तरह से लगे हुए है ताकि असली आरोपी सलाखों के अंदर जाएँ और यह पूरा मामला खुल सके.
कमिश्नर प्रभात कुमार ने इस ऑथोरिटी से सम्बंधित फाइलें सभी जिलों से तलब कर ली है ताकि इन फाइलों से किसी तरह की छेड़छाड़ न हो. कमिश्नर खुद इस मामले पर पल पल निगाह बनाये हुए है. इस घटना के खुलासे के बाद कई अधिकारी या तो गायब है या फिर किसी कार्य से छुट्टी लेकर गायब है. कमिश्नर ने यमुना ऑथोरिटी से सम्बंधित आगरा से लेकर नोएडा तक की सभी फाइलें तलब की है.
फिलहाल कई लोंगों पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी हुई है. नोएडा एसएसपी डॉ अजयपाल शर्मा भी इस पूरे मामले पर हर समय कार्यवाही की जानकारी रख रहे ताकि उच्चाधिकारियों को हर सूचना से अपडेट रखा जा सके. अभी पीसी गुप्ता से लगातार पूंछतांछ की जा रही है.