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एनटीपीसी हादसे में 27 मजदूरों की मौत, घायलों का जायज़ा लेने अस्पताल पहुंचे राहुल गांधी

आनंद शुक्ल
2 Nov 2017 7:02 AM GMT
एनटीपीसी हादसे में 27 मजदूरों की मौत, घायलों का जायज़ा लेने अस्पताल पहुंचे राहुल गांधी
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कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के ऊंचाहार में एनटीपीसी में बॉलयर फटने से 27 लोगों की मौत तथा 200 से अधिक के घायल होने की घटना से बेहद दुखी हैं। उनके अस्वस्थ होने के कारण आज कांग्रेस उपाध्यक्ष तथा अमेठी के सांसद राहुल गांधी ऊंचाहार पहुंचे।

लखनऊ: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के ऊंचाहार में एनटीपीसी में बॉलयर फटने से 27 लोगों की मौत तथा 200 से अधिक के घायल होने की घटना से बेहद दुखी हैं। उनके अस्वस्थ होने के कारण आज कांग्रेस उपाध्यक्ष तथा अमेठी के सांसद राहुल गांधी ऊंचाहार पहुंचे।

गुजरात दौरा बीच में ही छोड़कर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को रायबरेली पहुंचे और यहां जिला अस्पताल में भर्ती घायलों से मिले। राहुल गांधी मृतकों के परिजनों से भी मिलेंगे। इससे पहले राहुल गांधी ने सूरत से रवाना होने से पहले बताया कि वे आज राय बरेली जा रहे हैं। वहां नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (एनटीपीसी) के प्लांट में जो ट्रेजेडी हुई उसमें घायल और मृतकों के परिजनों से मिलकर उनका दुख बांटेंगे।उन्होंने कहा कि वे जल्द से जल्द वापस लौटेंगे। हादसे में घायलों में एनटीपीसी के तीन एजीएम भी शामिल हैं। मृतकों में उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश के लोग शामिल हैं।

शोक संवेदना और मदद

एनटीपीसी हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सांसद सोनिया गांधी ने शोक संवेदना व्यक्त किया है। यूपी सीएम ने प्रमुख सचिव गृह को हादसे के पीड़ितों को हर संभव राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।

मृतकों के लिए सीएम की ओर से मृतक आश्रितों के लिए दो-दो लाख और गंभीर घायलों 50-50 हजार तथा सामान्य घायलों को 25-25 हजार रुपए आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है। अब गुरुवार को यूपी तथा केंद्र सरकार के मंत्री घटनास्थल का निरीक्षण करने जा रहे हैं।
ऐश पाइप में अचानक धमाका
नेशनल थर्मल पावर कार्पोरेशन (एनटीपीसी) ऊंचाहार परियोजना के संयंत्र क्षेत्र में नवनिर्मित पांच सौ मेगावाट क्षमता की छठी इकाई में बिजली उत्पादन का काम चल रहा था।
शाम करीब पांच बजे ब्वॉयलर की ऐश पाइप में अचानक तेज आवाज के साथ धमाका हो गया। लगभग 90 फीट ऊंचाई पर विस्फोट हुआ और प्लांट के चारों ओर गर्म राख फैल गई।
ब्वॉयलर के आसपास निजी कंपनी के दो सौ से ज्यादा श्रमिक, एनटीपीसी के कर्मचारी व अधिकारी काम में जुटे थे। ये सभी राख की चपेट में आ गए। हादसे की सूचना पर एनटीपीसी प्रबंधन सक्रिय हुआ।
गर्म राख को हटाकर घायलों को बाहर निकालने का काम शुरू हुआ। सबसे पहले घायलों को एनटीपीसी अस्पताल लाया गया। फिर उनकी गंभीर हालत को देखते हुए रायबरेली या लखनऊ रेफर किया जाने लगा।
जानकारी के मुताबिक यह हादसा एनटीपीसी ऊंचाहार की 500 मेगावाट की छठी यूनिट हुआ है। इस हादसे में 25 लोगों को एनटीपीसी अस्पताल में भर्ती कराकर उपचार कराया जा रहा है।
शेष घायलों को निकाला जा रहा है और निकट के अन्य अस्पतालों में भर्ती करा जा रहा है। अधिकारियों ने यूनिट को सील कर दिया है। वहां किसी को जाने की अनुमति नहीं है। लोगों ने चार शवों को निकाले जाते देखा है लेकिन अभी इनके मरने पुष्टि नहीं हो सकी है।
ऐसे हुआ हादसा
एडीजी कानून-व्यवस्था आनंद कुमार के मुताबिक यह हादसा बुधवार शाम पांच से साढ़े पांच बजे मध्य का है। शुरुआती पड़ताल में सामने आया है कि बॉयलर के नीचे जलने वाली आग की राख पाइप से बाहर नहीं निकल सकी थी। जिससे ऐश पाइप में गैस का प्रेशर बनने से पाइप व बॉयलर में जोरदार ब्लास्ट हो गया।

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