- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
कैराना पर रालोद ने और नूरपुर पर सपा ने किया उम्मीदवार घोषित
शिव कुमार मिश्र
5 May 2018 8:57 AM GMT
x
उत्तर प्रदेश केे कैराना लोकसभा और नूरपुर विधानसभा उपचुनाव में होने वाले उपचुनाव को लेकर विपक्ष बीजेपी के खिलाफ एकजुट होता नजर आ रहा है. बीते शुक्रवार को अखिलेश यादव और जयंत चौधरी की बैठक में कैराना और नूरपुर उपचुनाव को लेकर बैठक हुई थी. वहीं दोनों ही सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान हो गया है. इसी कड़ी में कैराना सीट पर आरएलडी प्रत्याशी होंगी पूर्व सांसद तबस्सुम हसन. वहीं नूरपुर सीट से सपा ने नईमुल हसन को चुनाव मैदान में उतारा है.
आरएलडी और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर समझौता हो गया है और उपचुनाव में सीटें भी बंट गई हैं. कैराना लोकसभा उपचुनाव में सपा अपना प्रत्याशी उतारेगी और राष्ट्रीय लोकदल के हिस्से में नूरपुर विधानसभा सीट आ सकती है. बता दें कि अखिलेश यादव से मिलने जब जयंत चौधरी उनके घर पहुंचे तभी इस बात के कयास लगने शुरू हो गए थे कि इस उपचुनाव में दोनों के बीच कोई न कोई समझौता होने जा रहा है.
दोनों के बीच बातचीत में उपचुनाव के साथ ही 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर भी विचार-विमर्श हुआ है. सपा व रालोद के सूत्रों ने वार्ता को सकारात्मक बताया है. सपा का इस सीट से प्रत्याशी उतारने का तर्क है कि 2014 के चुनाव में इस सीट से पार्टी के प्रत्याशी दूसरे नंबर पर रहे थे. माना जा रहा है कि इस उपचुनाव में भी बसपा का समर्थन उसके साथ है.
सपा-आरएलडी के बीच समझौते से कांग्रेस अलग-थलग पड़ गई है क्योंकि कांग्रेस ने आरएलडी के उम्मीदवार को कैराना में समर्थन देने का ऐलान किया था अब आरएलडी ने कैराना खुद ही सपा के लिए छोड़ दिया है, ऐसे में अब कांग्रेस के लिए सपा को समर्थन देने के अलावा कोई चारा नहीं बचा. अब देखना यह है कि कांग्रेस क्या फैसला करती है.
Next Story