- होम
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- राष्ट्रीय+
- आर्थिक+
- मनोरंजन+
- खेलकूद
- स्वास्थ्य
- राजनीति
- नौकरी
- शिक्षा
Archived
बड़ी खबर: अखिलेश लड़ सकते है वाराणसी से लोकसभा चुनाव, मचा हडकम्प
शिव कुमार मिश्र
9 April 2018 10:58 AM GMT
x
पूरे प्रदेश के लोकसभा चुनाव का परिद्रश्य बदला बदला नजर आएगा
विपक्ष पीएम नरेंद्र मोदी को उनके ही गढ़ में घेरने की रणनीति बना सकता है. ABP न्यूज़ के अनुसार,इन दिनों समाजवादी पार्टी में ऐसी चर्चा है कि अखिलेश यादव वाराणसी से स्वयं उम्मीदवार बनकर नरेंद्र मोदी को उनके ही गढ़ में घेरने की फिराक में है. न्यूज़ चैंनल की माने तो बसपा नेता भी ऐसा ही चाहते है.न्यूज चैंनल ने दावा किया है कि अभी अखिलेश यादव ने इसकी हामी नही भरी है लेकिन समाजवादी पार्टी में इस रणनीति पर विचार हो रहा है.
अखिलेश यादव के एक करीबी दोस्त जो अब समाजवादी पार्टी में नेता भी हैं ने कहा,"अखिलेश यादव जी अगर कन्नौज या मैनपुरी से चुनाव लड़ते है और जीत जाते हैं तो ये कोई बड़ी बात नहीं होगी.लेकिन अगर वे मोदी को हरा देते हैं तो देश की राजनीति बदल जाएगी."सपा के अन्य नेताओ में भी ऐसी राय है कि अखिलेश यादव ऐसी जगह से चुनाव लड़ें,जिससे एक राजनैतिक सन्देश जाये.इसके लिए वाराणसी से कोई बेहतर जगह नहीं हो सकती है. वैसे अखिलेश यादव ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं.
सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव इस बार आज़मगढ़ के बदले मैनपुरी से चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके है.प्रोफ़ेसर रामगोपाल यादव के बारे में पार्टी का कहना है कि वो इस बार सँभल से लड़ेंगे.मैनपुरी के सांसद तेज़ प्रताप यादव के बारे में अभी कुछ तय नही है? समाजवादी पार्टी के सूत्र की मानें तो कन्नौज से तेज़ को टिकट मिल सकता है लेकिन शिवपाल यादव के भी कन्नौज से लड़ने की खबरे है.
ABP न्यूज़ ने दावा किया है कि बीएसपी के एक राज्य सभा सांसद ने उनसे कहा,"अगर अखिलेश यादव जी बनारस से लड़ते हैं तो फिर हम मोदी जी को वहीं घेरने में कामयाब हो सकते हैं.भले ही अखिलेश जी चुनाव जीते या हारें लेकिन भाजपा को इससे बहुत नुकसान होगा"
शिव कुमार मिश्र
Next Story