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उन्नत भारत अभियान योजना से होगा गाँवो का विकास

उन्नत भारत अभियान योजना से होगा गाँवो का विकास
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आशुतोष त्रिपाठी
वाराणसी। मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय ने शैक्षणिक संस्थानो के माध्यम से ग्रामीण विकास प्रक्रियों में परिवर्तनकारी बदलाव लाने के लिए उन्नत भारत अभियान शुरु किया है। महात्मा गाॅधी द्वारा प्रस्तावित ग्राम स्वराज की धारणा के साथ स्वस्थ और स्थायी ग्राम समूहो के स्वदेशी विकास एवं ग्रामीणो को स्वावलम्बित बनाने की प्रक्रिया में देश के पेशेवर और उच्च शिक्षा संस्थानो को शामिल करना। अब तक उन्नत भारत अभियान में शामिल 170 उच्च शैक्षणिक संस्थान पूरे देश में थे लेकिन अब भारत सरकार 2017-18 में 750 उच्च संस्थानो को सम्मिलित करने का निर्णय लिया है। इसी तरह 2018-19 में 3000 एवं 2019-20 में 4500 उच्च शिक्षा संस्थानो को सम्मिलित करने का निर्णय मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय द्वारा लिया गया है। इस अभियान के मुख्य उद््देश्य निम्नलिखित है।
1. उच्च शिक्षण संस्थानो के विद्यार्थियो को गाॅवो की वास्तविकता से परिचित कराना।
2. ग्रामीण समूहो का चयन और पर्यावरण के अनुकूल टिकाऊ प्रौद्योगिकीयो और स्थानीय संसाधनो का उपयोग करके इन समूहो के संपूर्ण विकास में प्रभावी रुप से रोजगार के अवसर पैदा करना एवं बहुपक्षीय सरकार का इस्तेमाल करना है।
3.भारत सरकार द्वारा चलायी गयी योजनाओ के बारे में ग्रामीणो को अवगत कराना है।
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के उन्नत भारत अभियान प्रकोष्ठ के संयोजक के रुप में मै, प्रो0 टी0पी0 चतुर्वेदी पूर्वी उ0प्र0 के सभी उच्च संस्थानो से अनुरोध करता हूॅ कि वे भारत सरकार के इस मूहिम में शामिल हो कर इसको सफल बनावे । इसके लिए उच्च संस्थानो (सरकारी एवं गैर सरकारी) को आनलाइन जाकर आईआईटी दिल्ली की इस
वेबसाइट
पर जाकर आवेदन करना होगा।
इसकी अन्तिम तिथि 15 मार्च 2018 है एवं 20 मार्च 2018 को इसके परिणाम घोषित होगे। इस आवेदन के लिए संस्थान के पास कम से कम 500 विद्यार्थी एवं 2 संकाय सदस्य जिनको गाॅव में काम करने का अनुभव हो एवं संस्थान ने 5 गाॅवो का चयन किया हो, आवेदन कर सकते है। इस संदर्भ में बीएचयू ने उन्नत भारत अभियान के अन्तर्गत काशी विद्यापीठ के पाॅच गाॅवो में (माधोपुर, तारापुर, मुरादेव, गजाधरपुर एवं कादीपुर) निम्नलिखित बिन्दुओ पर काम हो रहा है।
1. शिक्षा 2. स्वच्छता 3. स्वास्थ्य 4. जैविक खेती 5. पेड़ लगाना
6. घरेलू जानवरों के स्वास्थ्य 7. रसोई वाटिका 8. जल प्रबंधन 9. पर्यावरणीय वातावरण
प्रारम्भिक सर्वेक्षण के आधार पर इन गाॅवो में स्वास्थ्य की सुविधाएॅ, सरकारी योजनाओ की जानकारी, साक्षरता एवं गंदे पानी के निकासी पर काम करने की आवश्यकता है। कुछ गाॅवो जैसे माधोपुर, तारापुर एवु मुरादेव में लिंग अनुपात, राष्ट्रीय अनुपात के अनुरुप नही है।
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