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कोलकाता: कोलकाता के मेयर शोभन चटर्जी का पत्नी रत्ना चटर्जी के साथ मतभेद चल रहा था। बाद में रत्ना शोभन चटर्जी का घर छोड़कर अपने माता-पिता के घर चली गई थी। समय के साथ-साथ दोनों के बीच दूरियां बढ़ती गईं। खर्चीली पत्नी को बर्दाश्त करना अब संभव नहीं हो पा रहा। उससे मुक्ति पाने के लिए कोलकाता के मेयर शोभन चटर्जी उन्हें तलाक देना चाहते हैं। सोमवार को शोभन चटर्जी के अधिवक्ता प्रतिमप्रिय दासगुप्ता ने निचली अदालत में ऐसी ही जानकारी दी।
मेयर का आरोप है कि रत्ना इतना ज्यादा खर्च करती हैं कि उसे वहन करना असंभव है इसलिए उनके मुवक्किल कानूनी तौर पर पत्नी से अलग होना चाहते हैं। वहीं मेयर की पत्नी रत्ना चटर्जी भी आगामी 13 दिसंबर को अदालत में लिखित रूप से आवेदन करेंगी। इसकी जानकारी उनके अधिवक्ता शुभाशीष दासगुप्ता ने दी।
शोभन चटर्जी ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से अदालत में पत्नी से अलग होने का आवेदन रखा है, जिसमें उन्होंने कहा कि रत्ना चटर्जी न सिर्फ अत्यधिक खर्च करती हैं बल्कि वह कई बार बिना अनुमति के किसी अन्य काम के लिए रखे गए चेक का व्यवहार कर लेती हैं। अब तक उनकी हर मांग को मुंह बंद रखते हुए पूरा किया है। यहां तक कि विदेश दौरे पर जाते वक्त भी वे खर्च के लिए रत्ना को अलग से मोटी रकम देकर जाते थे पर अब इस तरह संपर्क को आगे बढ़ाना संभव नहीं है।
बाध्य होकर उन्होंने अलग होने के लिए अदालत का सहारा लिया है। पति के तौर पर वे अपनी दायित्वों का पालन कर रहे हैं। वह अपनी 13 साल की बेटी को वे अपने पास रखना चाहते हैं और इसके लिए भी उन्होंने आवेदन किया है। अपने 21 साल के बेटे के बारे में उन्होंने आवेदन में कुछ नहीं कहा है।