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बेटे ने 3 साल तक फ्रीजर में छुपाए रखा मां का शव, कारण जानकर पुलिस के उड़े होश!

Arun Mishra
6 April 2018 7:51 AM GMT
बेटे ने 3 साल तक फ्रीजर में छुपाए रखा मां का शव, कारण जानकर पुलिस के उड़े होश!
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पुलिस ने एक घर के फ्रीजर से एक महिला का शव बरामद किया जिसे रसायन लगाकर तीन साल से अच्छी तरह संरक्षित रखा गया था।
नई दिल्ली : क्या पैसों के सामने रिश्तों की कोई अहमितय नहीं, वो भी मां-बेटे जैसे पवित्र रिश्ते में? कोलकाता से एक ऐसी खबर आई है जो इस बात को सच साबित करती है। दरअसल, कोलकाता में एक शख़्स ने तीन साल से अपनी मां के शव को फ्रीज़र में छुपाकर रखा हुआ था ताकि वो उनकी पेंशन हासिल करने के लिए उनके अंगूठे के निशान ले सके। पुलिस ने एक घर के फ्रीजर से एक महिला का शव बरामद किया जिसे रसायन लगाकर तीन साल से अच्छी तरह संरक्षित रखा गया था। यह विचित्र मामला शहर के दक्षिणी इलाके बेहाला के एक घर में सामने आया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि बीना मजूमदार का शव उस फ्रीजर से बरामद किया गया जिसका इस्तेमाल मीट रखने के लिये होता है। उन्होंने कहा कि महिला के करीब 50 साल के बेटे सुब्रत मजूमदार को हिरासत में लिया गया है और पुलिस उससे तथा महिला के पति गोपाल चंद्र मजूमदार से पूछताछ कर रही है।
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक पत्रकार ने इस संबंध में पुलिस को फोन किया जिसके बाद पुलिस ने महिला की तलाश शुरू की। पत्रकार उस इलाके में किसी खबर के सिलसिले में गया था और तब स्थानीय लोगों ने उसे मजूमदार परिवार में सबकुछ सही नहीं होने के बारे में सतर्क किया था। पड़ोसी जानते थे कि एक निजी अस्पताल में महिला का निधन हो चुका था लेकिन उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी कि उसके शव का क्या हुआ। पुलिस अधिकारी ने कहा कि महिला की मौत करीब तीन साल पहले हो चुकी थी और उसके शव को दो मंजिला मकान के भूतल में एक कमरे में विशाल फ्रीजर में बंद करके रखा गया था। बंद कमरे में दो फ्रीजर रखे हुये थे। अधिकारी ने कहा कि महिला का शव एक फ्रीजर में रखा हुआ था जबकि दूसरा फ्रीजर खाली पड़ा था।
पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि दूसरा फ्रीजर किस उद्देश्य से रखा गया था। अधिकारी ने कहा, ''महिला का शव छाती से पेट तक कटा हुआ था और उसके अंदरूनी अंग निकाल लिये गए थे। ऐसा लगता है कि किसी ने शव का लेपन किया था और उसके बाद उसे फ्रीजर में रखा गया था। हमें इसमें उसके बेटे सुब्रत का हाथ होने का शक है। उसे हिरासत में लिया गया है और हम उससे तथा उसके पिता से बात कर रहे हैं।" कोलकाता पुलिस के एक सूत्र ने कहा कि शुरुआती जांच में खुलासा हुआ कि यद्यपि महिला की मौत करीब तीन साल पहले हो गई थी लेकिन परिवार हर महीने उसकी पेंशन निकालता रहा है। उन्होंने कहा कि गोपाल चंद्र मजूमदार और बीना भारतीय खाद्य निगम में काम करते थे और उनकी अच्छी- खासी पेंशन है।
पुलिस अधिकारी ने कहा, ''इन महीनों के दौरान उनकी उंगलियों के निशान पेंशन निकालने के लिये इस्तेमाल किये गए। हम यह देख रहे हैं कि इसके पीछे क्या सिर्फ पेंशन ही वजह थी या कुछ और मामला है।" पुलिस अधिकारी महिला के पति से भी बात कर रहे हैं जिससे यह पता चल सके कि किसने और किस उद्देश्य से शव को संरक्षित किया। पुलिस सूत्रों का कहना है कि गोपाल चंद्र मजूमदार ने उन्हें बताया कि उसका मानना है कि उसके बेटे ने ऐसा किया, जिसने वादा किया था कि वह बीना को जिंदा कर देगा। महिला का बेटा पिछले करीब दो सालों से बेरोजगार था और ऐसा लगता है कि वह पेंशन की रकम हासिल करने के लिये ऐसा कर रहा था।
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