योगी के कृषि मंत्री बोले- 'कर्ज से नहीं, घरेलू कलह से मरता है किसान'
कर्ज से परेशान होकर तीन किसानों की मौत के सवाल पर मीडिया पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा मीडिया बढ़-चढ़ कर रिपोर्ट दिखाती है.
चित्रकूट : योगी सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बुंदेलखंड में किसानों की आत्महत्या मामले में एक शर्मनाक बयान दिया है. किसानों की मौत के मामले में उन्होंने कहा कि कर्ज से परेशान होकर कोई भी किसान नहीं मरा है, बल्कि मां-बेटे की लड़ाई में किसान आत्महत्या कर रहे हैं.
हाल ही में झांसी में कर्ज से परेशान होकर तीन किसानों की मौत के सवाल पर मीडिया पर ठीकरा फोड़ते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि किसान के आत्महत्या के मामले में मीडिया बढ़-चढ़ कर रिपोर्ट दिखाती है. कर्ज से कोई किसान नहीं मरा है. कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों की आत्महत्याएं बसपा और सपा की सरकार में हुई हैं. जब से बीजेपी सत्ता में आई है तब से किसानों की आत्महत्याएं न के बराबर हुई हैं. जब कभी कोई किसान खुदकुशी करता है तो मीडिया उसका ठीकरा सरकार पर फोड़ देती है. ऐसे मामलों की बढ़-चढ़ कर रिपोर्टिंग की जाती है.
इससे पहले, प्रदेश के कृषि मंत्री ने रामघाट पर मंदाकिनी नदी पर आरती कार्यक्रम में शामिल हुए. पत्रकारों के सवाल पर कृषि मंत्री ने कहा कि भाजपा का काम है प्रदेश के अंदर विकास को गति देना है. समाजवादी का चोला पहनकर पूर्ववर्ती सरकार के मुखिया ने सरकारी खजाने से 42- 42 करोड़ रुपए अपनी कोठी पर खर्च कर दिया, यह कौन सा समाजवाद है.