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आखिरकार डीएम ने भी माना ओवरलोडेड वाहन से राजेंद्र पुल को हुआ काफी नुकसान, रोकने के दिये निर्देश
शिवानन्द गिरी : बेगूसराय
देर से ही सही आखिरकार डीएम राहुल कुमार ने भी स्वीकार किया कि राजेन्द्र पुल की खस्ताहाली ओवरलोडेड वाहनों के आवागमन से हुई है। लेकिन जिलाधिकारी यह स्पष्ट नहीं कर सके की आखिर जीरोमाइल में स्थित संयुक्त चेकपोस्ट में तैनात अधिकारी व जवान इसकी रोकथाम के लिए क्यों नहीं पल की और ये लोग इस पर नाकामयाब रहे तो उन पर क्या कार्रवाई हो रही है । उन्होंने राजेंद्रपुल की स्थिति पर ध्यान देते हुए अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी भी कीमत पर ओवरलोडेड वाहन उसपर से न गुजरे यह सुनिश्चित किया जाय । मंगलवार को अपने कार्यालय कक्ष में यातायात नियंत्रण को सुव्यवस्थित करने को लेकर अपने आयोजित अधिकारियों के साथ बैठक में कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए । यह बैठक जीरोमाइल से राजेंद्र पुल, पन्हांस चौक से सुभाष चौक तक ,पथ से भारी वाहनों के रोकने के कारण लोहियानगर आर०ओ० वी ० पर वाहनों के बढ़ते दबाव एवं शहर में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने को लेकर अहम बैठक डीएम ने किया।
बैठक में डीएम राहुल कुमार ने जिले के पदाधिकारी को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि ओवरलोड वाहन चलने के कारण राजेंद्र पुल को नुकसान काफी हो रहा है । इसलिए ऐसे ओभरलोडेड गाड़ी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे ताकि एक भी ओवरलोडेड वाहन राजेंद्र पुल के सड़क मार्ग से होकर नहीं गुजर सके। उसे रोकना हर हालत में पदाधिकारी व थानाथ्यक्ष मिलकर सुनिश्चित करेंगे।डीएम राहुल ने कहा कि सड़क पर बिना कारण के गाड़ी खड़ा करने वाले वैसे ड्राइवरों के खिलाफ सुसंगत धाराओं के तहत कठोर कार्रवाई करें । चेक पोस्ट पर डीटीओ, उत्पाद अधीक्षक और सहायक खनन पदाधिकारी मिलकर बनाए गए चेक पोस्ट पर करी चेकिंग करना सुनिश्चित करेंगे।
डीएम ने सदर अनुमंडल अधिकारी ,ट्रैफिक डीएसपी, होमगार्ड के साथ आपस में समन्वय स्थापित करके शहर के ट्रैफिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ई - रिक्शा चलाने वाले ड्राइवर को नो एंट्री में आने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। डीएम ने नगर आयुक्त अब्दुल हामिद को निर्देशित करते हुए कहा कि नगर निगम क्षेत्र के अंदर सड़क का अतिक्रमण करने वाले लोगों के खिलाफ कठोर कड़ी कार्रवाई करें । शहर में ट्रैफिक कंट्रोल के लिए सीसीटीवी कैमरा को भी निर्धारित स्थलों पर लगवावें।
डीएम ने डीटीओ को निर्देशित करते हुए कहा कि गाड़ी के छत के ऊपर बैठने वाले लोगों तथा वाहन चालकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें। इस बैठक में नगर निगम के नगर आयुक्त सह प्रभारी डीडीसी अब्दुल हामिद, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मंजू प्रसाद ,डीटीओ श्रीप्रकाश, सदर एसडीएम संजीव कुमार चौधरी ,सदर एसडीपीओ राजन सिन्हा ,ट्रैफिक डीएसपी महेंद्र कुमार ,उत्पाद अधीक्षक सहायक, खनन पदाधिकारी, जिला समादेष्टा गृह रक्षा वाहिनी, प्रभारी जिला जनसंपर्क पदाधिकारी भुवन ,नगर थानाध्यक्ष अमरेंद्र झा, थानाध्यक्ष चकिया ओपी, एफसीआई ओपी,जीरोमाइल ओपी ,सिधौल ओपी ,के अलावे कई अन्य पदाधिकारी भी बैठक में मौजूद थे।
गौरतलब है कि ओवरलोडेड वाहनों के गुजरने से राजेन्द्र पुल की हालत खस्ताहाल हो गई है और कई जगह गड्ढे हो गए हैं।इसकी जानकारी होते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया और अनं फानन में अधिकारियों ने इसकी मरामती के लिए कदम उठाए।लेकिन बड़ा सवाल तो यह है कि जिस चकिया थाना के जवानों और जीरोमोयल चेकपोस्ट पर तैनात कर्मियों द्वारा पैसे लेकर ओवेरलोडेड वाहनों को गुजरने के कारण पल की यह स्थिति हुई है,फिर उन्ही लीगों के भरोसे क्या यह रोक स्थिति हुई है फिर उन्ही लोगों को यह जिम्मेवारी देंना कितना जायज है?
बहरहाल, डीएम का यह पहल क्या रंग लाता है यह देखना काफी दिलचस्प होगा।लेकिन आमजनों को इसपर रत्ती भर भरोसा नही है।
वहीं छात्र नेता रामकृष्ण की माने तो डीएम के यह निर्देश खोदा पहाड़ निकली चुहिया ही साबित होगा। जिन लोगों के कारण पल की यह स्थिति हुई है और उन्हें ही यह जबाबदेही देना हास्सयापद ही है।