पटना

गुजरात मामले में बिहार की राजनीति गरमायी,हार्दिक ने बीजेपी सरकार को कठघरे में खड़ा किया

Special Coverage News
10 Oct 2018 12:07 PM GMT
गुजरात मामले में बिहार की राजनीति गरमायी,हार्दिक ने बीजेपी सरकार को कठघरे में खड़ा किया
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गुजरात में हिंदी भाषी प्रवासियों पर हमले के मुद्दे ने बिहार की सियासी जगत को गरमा दी है।

बिहार से शिवानंद गिरि की रिपोर्ट

पटना

गुजरात में हिंदी भाषी प्रवासियों पर हमले के मुद्दे ने बिहार की सियासी जगत को गरमा दिया है ।एक ओर जहां बिहार के विभिन्न दलों के नेताओं ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है,वहीं ,दूसरी ओर इस घटना को लेकर में आरोपी विधायक अल्पेश ठाकोर ने अपने को निर्दोष करार दिया है।वहीं पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने बीजेपी सरकार को ही कठघरे में खड़ा किया है । हार्दिक ने डैमेज कंट्रोल के लिए पटना में जगह - जगह -पोस्टर टंगवा कर बिहारियों की सुरक्षा का जिम्मा लेते हुए गुजरात लौटने की अपील की है।कन्हैया ने भी नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाया है।




मारपीट की घटना के कथित आरोपी

अल्पेश ठाकोर ने गुजरात में यूपी-बिहार के लोगों पर हमलों के मामलेे में खुद को निर्दोष बताया ।अल्पेश ठाकुर ने कहा है कि वे केवल बलात्कार की शिकार बच्ची के लिए इंसाफ मांग रहे थे लेकिन कुछ लोगों ने इसे राजनीतिक रंग दे दिया।उन्होंने उत्तर प्रदेश और बिहार के मुख्यमंत्रियों को लिखे पत्र में कहा है कि गुजरात में अप्रवासी हिंदी भाषियों पर हो रहे अत्याचार में न तो वे खुद या उनका संगठन शामिल है. इन हमलों से उनका नाम जोड़ना एक राजनीतिक साजिश है.. ठाकोर ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश और बिहार के लोग अफवाहों पर आंख बंदकर विश्वास कर रहे हैं और राज्य छोड़कर जा रहे हैं. उन्होंने इन लोगों पर हमलों को सुनियोजित साजिश बताया.




इधर ,पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यदि इस मामले में अल्पेश दोषी हैं, तो सरकार क्या कर रही है।उन्होंने गुजरात में बिगड़ते हालात के लिए यहां की बीजेपी सरकार को पूर्णत: दोषी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर सरकार जानती है कि हालात बिगाड़ने के जिम्मेदार कौन लोग हैं तो सरकार बीते सात दिनों से डमरु बजा रही है ।हार्दिक ने बिहार के पटना में कई जगबों पर पोस्टर लगवा कर बिहारियों को गुजरात लौटने की अपील की है। लोगों को होनेवाली समस्या से निबटने के लिए उन्होंने एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।हार्दिक का मानना है कि गुजरात का विकास बिना उत्तर भारतीयों के संभव ही नहीं है।




इधर ,जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने भी बीजेपी सरकार ही नहीं बिहार की नीतीश सरकार पर हमला बोला है।मोतिहारी में आयोजित एक सभा में कन्हैया ने गुजरात में बिहार,यूपी व एमपी के मजदूरों के साथ हो रही मारपीट की घटना की निंदा करते हुए कहा कि इतना सब हो चुका लेकिन मोदी जी की चुप्पी टूटी नहीं है और प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी काफी दिनों बाद इस मसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार को इस मारपीट में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृति न हो।कन्हैया का मानना है कि यदि बिहार में ही उधोगों ,कृषि व पढ़ाई के संस्थानों का विकास सरकारों द्वारा किया गया होता तो आज बिहार के मजदूरों ,छात्रों को देश के विभिन्न राज्यों में अपमानित नहीं होना पड़ता।




नरेन्द्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कन्हैया ने कहा कि जो मोदी गुजरात छोड़कर यूपी से लोकसभा चुनाव जीते,जिस यूपी ने73 और बिहार ने 30 सीटें उनकी झोली में दी, लेकिन वहीं मोदी देश के शीर्ष पद पर बैठकर बिहार -यूपी के लोगों के साथ उनके गृहप्रदेश व उनकी पार्टी की सरकार वाले गुजरात में घटित इस मुद्दे पर चुप्पी साधे रहना हैरत में डाल दिया है। ये वहीं मोदी हैं जो ये कहते हैं कि बिहार का डीएनए ही खराब है।यह सोचनीय बात है।


नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कन्हैया ने कहा कि जो लोग ये कहते थे कि जनादेश से कोई समझौता नहीं करेंगे लेकिन जनता के जनादेश का मजाक उड़ाकर उसी सांप्रदायिक ताकतों व डीएनए खराब कहने वाले लोगों की गोदी में बैठ सरकार चला रहें हैं।


विदित हो कि कुछ दिन पहले गुजरात में 14 महीने की एक बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात के बाद बिहार के एक मजूदर को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद राज्य के कई इलाकों में बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों के खिलाफ हिंसा भड़क गई थी. राज्य में सत्ताधारी भाजपा ने हिंदी भाषियों के खिलाफ हो रही हिंसा के लिए अल्पेश ठाकोर और उनके संगठन गुजरात क्षत्रिय-ठाकोर सेना को जिम्मेदार ठहराया था. इन हमलों के सिलसिले में दर्ज कुछ में भी ठाकोर सेना का नाम है.इस मामले में गुजरात पुलिस ने कार्रवाई करते हुए करीब तीन सौ लोगों को गिरफ्तार भी किया है

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