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तेजस्वी यादव फिर हुए गुमशुदा, कांग्रेस और मांझी ने कही बड़ी बात!
बिहार (Bihar) में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की गुमशुदगी को लेकर फिर चर्चा तेज है. चर्चा इसलिए तेज है क्योंकि पार्टी के सदस्यता अभियान से भी वो नदारद रहे. सच कहा जाए तो वह लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद से ही राजनीति में पूरी तरह से सक्रिय नहीं हो पाए हैं. जबकि मुजफ्फरपुर में बच्चों की इंसेफेलाइटिस से मौत हो या लू से कई लोगों की मौत का मामला, तेजस्वी यादव कहीं भी सक्रिय नहीं दिखे. यही नहीं, विधानसभा से भी उनकी गुमशुदगी चर्चा का कारण बनी रही.
कांग्रेस ने तेजस्वी को घेरा
तेजस्वी की गुमशुदगी को लेकर उनके सहयोगी भी सवाल खड़ा कर रहे हैं. कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि तेजस्वी के नहीं रहने पर भी आरजेडी ने विधानमंडल सत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. लेकिन उनको सामने आना चाहिए. बिहार में दो-तीन बहुत बड़ी बड़ी घटनाएं हुई हैं, लिहाजा सबकी अपेक्षा होती है कि विपक्ष के नेता कहां हैं.
प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा, 'तेजस्वी किसी पारिवारिक या किसी और समस्या से जूझ रहे होंगे. जनता के हितों को लेकर पार्टी की भागीदारी होनी चाहिए और यह सबसे महत्वपूर्ण है. आरजेडी का आंतरिक मामला है और वह जल्द ही इसका समाधान ढूंढ लेगी.'
मांझी ने यूं साधा निशाना
कांग्रेस की तरह आरजेडी के सहयोगी जीतन राम मांझी भी तेजस्वी पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. उन्होंने न्यूज़ 18 से बातचीत में तेजस्वी की अनुभवहीनता पर सवाल खड़ा कर दिया.
मांझी ने कहा, 'तेजस्वी यादव में अनुभव की कमी है. लालू यादव और जीतन राम मांझी ऐसे पुराने लोग है जिन्होंने बहुत सी उठापटक देखी है, इसलिए विचलित नहीं होते हैं. जबकि इस चीज की कमी तेजस्वी यादव में रही है.'
आरजेडी ने दी ये सफाई
सहयोगियों के आरोप के बाद आरजेडी की तरफ से अब सफाई आ रही है. आरजेडी प्रवक्ता मनोज झा का कहना है कि तेजस्वी सक्रिय हैं और जब आएंगे तो विरोधियों की परेशानी और बढ़ जाएगी.
फिलहाल, आरजेडी की 16 अगस्त को होने वाली बैठक में तेजस्वी के शामिल होने का इंतज़ार रहेगा, लेकिन तेजस्वी का सक्रिय ना होना कई सवालों को जन्म दे रहा है. जबकि पार्टी और परिवार के भीतर की लड़ाई को लेकर भी कयास और तेज हो गए हैं.