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मोदी सरकार का 'मास्टरस्ट्रोक', जिनकी वजह से शेयर बाजार ने लगाई रिकॉर्ड छलांग

Special Coverage News
20 Sep 2019 8:23 AM GMT
मोदी सरकार का मास्टरस्ट्रोक, जिनकी वजह से शेयर बाजार ने लगाई रिकॉर्ड छलांग
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Corporate Tax Cut : देश के प्रमुख शेयर बाजार ने हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन निवेशकों के चेहरे पर खुशी लौटाने के साथ ही कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए. वित्त मंत्री के ऐलान से खुश हुआ सेंसेक्स ऐसा झूमा की चढ़कर 38,000 से पार निकल गया और निफ्टी में भी 500 से ज्यादा अंक की तेजी देखी गई.

नई दिल्ली : देश के प्रमुख शेयर बाजार (Share Market) ने हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन निवेशकों के चेहरे पर खुशी लौटाने के साथ ही कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए. वित्त मंत्री के ऐलान से खुश हुआ सेंसेक्स (Sensex) ऐसा झूमा की चढ़कर 38,000 से पार निकल गया और निफ्टी में भी 500 से ज्यादा अंक की तेजी देखी गई. हाल-फिलहाल में भारतीय शेयर बाजार (Share Market) 20 मई के बाद पहली बार रिकॉर्ड तेजी दर्ज की गई है. जानकारों का कहना है कि यह निफ्टी में 10 साल की सबसे बड़ी तेजी है.

कॉरपोरेट कंपनियों को बड़ी राहत

आपको बता दें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कॉरपोरेट कंपनियों को बड़ी राहत देते हुए टैक्स घटाने का प्रस्ताव किया है. यह प्रस्ताव घरेलू कंपनियों और नई कंपनियों दोनों के लिए है. वित्त मंत्री ने बताया कि इसको अध्यादेश के जरिये लागू किया जाएगा. वित्त मंत्री ने कहा बिना किसी छूट के कॉरपोरेट टैक्स 22 प्रतिशत होगा. साथ ही मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के लिए भी टैक्स घटेगा. आगे पढ़िए वो 4 कारण जिनकी वजह से शेयर बाजार में रिकॉर्ड तेजी देखी गई.

1.5 लाख करोड़ का राहत पैकेज

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अर्थव्यव्था को मजबूती देने के लिए डेढ़ लाख रुपये के राहत पैकेज का ऐलान किया है. फाइनेंस मिनिस्टर के इस ऐलान के बाद निवेशकों का भरोसा जगा और शेयर बाजार में तेजी से लिवाली का दौर शुरू हो गया. चंद घंटों में शेयर बाजार ने नया रिकॉर्ड बना दिया.

कॉरपोरेट टैक्स में कटौती करने का प्रस्ताव

वित्त मंत्री की तरफ से कॉरपोरेट टैक्स में कटौती का प्रस्ताव किए जाने से भी निवेश्कों ने शेयर बाजार में तेजी से निवेश किया. निर्मला सीतारमण ने अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए कॉरपोरेट टैक्स 30 प्रतिशत से घटाकर 25.17 प्रतिशत करने की बात कही है. घरेलू कंपनियों पर बिना किसी छूट के टैक्स 22 प्रतिशत होगा. जबकि सरचार्ज और सेस जोड़कर प्रभावी दर 25.17 फीसदी हो जाएगी.

MAT पूरी तरह खत्म करने का ऐलान

कंपनियों की तरफ से लंबे समय तक मिनिमम अल्‍टरनेट टैक्‍स (MAT) हटाने की मांग की जा रही थीं. इस हटाने की घोषणा कर वित्त मंत्री ने कारोबारी जगत के दिग्गजों का दिल जीत लिया और शेयर बाजार ने इसका जबरदस्त स्वागत किया. हाल ही में टैक्स रिफॉर्म को लेकर बनी कमेटी ने भी मैट को हटाने की सिफारिश की थी.

FPIs पर कैपिटल गेन्स टैक्स नहीं लगेगा

सरकार की तरफ से ऐलान किया गया कि फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टमेंट (FPIs) पर किसी तरह का कैपिटल गेन्स टैक्स नहीं लगेगा. इस कदम के बाद शेयर बाजार में विदेशी निवेशक तेजी से निवेश करेंगे. शेयर बायबैक पर 20 प्रतिशत टैक्स नहीं लगाने का ऐलान वित्त मंत्री की तरफ से किया गया है.

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