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Archived
यात्रियों को रेलवे देने वाला है बहुत जल्द बड़ा तोहफा ,जल्द मिल सकती है खुशखबरी
Alok Mishra
29 Sep 2017 7:42 AM GMT
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फ़्लेक्सी फ़ेयर से परेशान रेल यात्रियों को जल्द ही थोड़ी राहत मिल सकती है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि जल्द ही फ़्लेक्सी फ़ेयर योजना में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं. फिलहाल इसकी समीक्षा चल रही है.
नई दिल्ली : फ़्लेक्सी फ़ेयर से परेशान रेल यात्रियों को जल्द ही थोड़ी राहत मिल सकती है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि जल्द ही फ़्लेक्सी फ़ेयर योजना में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं. फिलहाल इसकी समीक्षा चल रही है.
किराये को युक्तिसंगत बनाया जाएगा
रेल भवन में प्रेस कांफ्रेंस में गोयल ने कहा कि लोग फ्लेक्सी फेयर टिकटिंग सिस्टम को लेकर काफी शिकायतें कर रहे हैं. इसकी समीक्षा की जा रही है. त्योहारों के बाद फ्लेक्सी फेयर को युक्तिसंगत बनाया जाएगा अथवा इसे पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा. फ्लेक्सी फेयर की शुरुआत पिछले साल 9 सितंबर को प्रीमियम ट्रेनों (राजधानी, शताब्दी, दुरंतो) में की गई थी. कई बार प्रीमियम ट्रेनों का किराया हवाई जहाज से अधिक होने के कराण यात्री फ्लेक्सी फेयर की कड़ी आलोचना कर रहे हैं. इससे प्रीमियम ट्रेनों में यात्री कम हो रहे हैं. हालांकि एक साल में रेलवे को करीब 600 करोड़ रुपये अतिरिक्त कमाई हुई है. सूत्रों का कहना है कि रेलवे अधिकारियों की एक लॉबी फ्लेक्सी फेयर को हटाने के पक्ष में नहीं है.
औसत रफ्तार बढ़ाई जाएगी
गोयल ने कहा कि इस साल रेलवे का टाइम टेबल एक माह देरी से 1 नवंबर को जारी किया जाएगा. इसके पीछे कारण यह है कि विभाग 700 ट्रेनों की औसत रफ्तार बढ़ाने की कार्य योजना तैयार कर रहा है. रेलवे ट्रेनों की रफ्तार तो नहीं बढ़ाएगा लेकिन लंबी दूरी की ट्रेनों के ठहराव के समय में कटौती, कोच में पानी भरना, लोको इंजन में डीजल भरना, सामान्य मरम्मत कार्यों को तेज कर ट्रेनों की औसत रफ्तार को बढ़ाएगा. इसके अलावा 48 यात्री ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाकर उन्हें सुपरफास्ट की श्रेणी में लाया जाएगा.
गोयल ने कहा कि उनके मंत्रालय ने तीन साल के भीतर मुंबई में उपनगरीय रेल यातायात की क्षमता दोगुनी करने की महत्वाकांक्षी योजना बनाई है. इसके तहत इस महानगर में 100 अतिरिक्त उपनगरीय गाड़ियां शुरू की जाएंगी. इसके अलावा उपनगरीय गाड़ियों में कोच बढ़ाए जाएंगे और 15 कोच वाली गाड़ियां चलाई जाएंगी.
ट्रेन सेट अगले साल तैयार हो जाएगा : ट्रेन सेट के बारे में गोयल ने कहा कि रेलवे ने 17 ट्रेन सेट बनाने का फैसला किया है. शुरुआती दो ट्रेन सेट चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्टरी में बनाए जा रहे हैं. पहला सेट मई 2018 में तैयार हो कर बाहर आ जाएगा जबकि दूसरा सेट दो तीन माह बाद आएगा. उन्होंने बताया कि बाकी 15 सेट विदेशी साझेदारों से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण करार के पश्चात बनाए जाएंगे जो 2019-20 में आएंगे.
क्या है फ्लेक्सी फेयर
मौजूदा समय में रेलवे की प्रीमियम ट्रेनों में 44 दुरंतो, 50 राजधानी और 76 शताब्दी चल रही हैं. फ्लेक्सी फेयर के तहत टिकट बुकिंग की शुरुआत में 10 फीसदी सीटों पर सामान्य किराया रहेगा. इसके बाद प्रत्येक दस फीसदी सीटों की बुकिंग के साथ 10 फीसदी किराया बढ़ता रहेगा. सरल शब्दों में समझा जाए तो यदि ट्रेन में 100 सीट हैं, इसमें पहली 10 सीट का किराया 100 रुपये (सामान्य) रहेगा. फिर 11 से 20 सीट का किराया 110 रुपये, 21 से 30 सीट का किराया 120 रुपये, 31 से 40 सीट का किराया 130 रुपये, 41 से 50 सीट का किराया 140 रुपये होगा. इसके पश्चात 51वीं से आगे की सभी सीट के लिए मूल किराये से 50 फीसदी अधिक कीमत देनी होगी. हालांकि सीट खाली रहने पर टिकट बुक कराने पर यात्री को बेसिक फेयर में 10 फीसदी रियायत दी जाती है. रेलवे ने फ्लेक्सी फेयर में एसी-1 व एक्जीक्यिूटिव क्लास को शामिल नहीं किया है.
Alok Mishra
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