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RTI से हुआ केजरीवाल सरकार का बड़ा खुलासा, 50 लाख मास्क बांटने की खुली पोल
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने अक्टूबर-नवंबर महीने में दिल्ली के स्कूलों में 50 लाख मास्क बाटने की बात कही थी. एक RTI से मिली जानकारी में ये खुलासा हुआ है कि दिल्ली सरकार ने एक भी मास्क ना खरीदा और ना बाटा. ये RTI सुप्रीम कोर्ट के वकील और RTI एक्टिविस्ट रुद्र विक्रम सिंह ने लगाई थी. RTI में हुए खुलासे के बाद उन्होंने केजरीवाल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
'10 पॉइंट पर डाली थी RTI'
सुप्रीम कोर्ट के वकील और RTI एक्टिविस्ट रुद्र विक्रम सिंह ने बताया कि RTI दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय में लगाई थी. दिल्ली के CM केजरीवाल ने कहा था कि उन्होंने दिल्ली के स्कूलों में 50 लाख मास्क बाटे हैं. RTI में सवाल पूछा गया था कि ये मास्क कहां से खरीदे हैं और कौन-कौन से स्कूलों में बाटे गए हैं, कितनी लागत आई, मास्क खरीदने का क्या प्रोसेस था, कितनी मैनपॉवर लगी इन सभी सवालों के जवाब मांगे गए थे. लेकिन जो जवाब मिला वो चौकाने वाला था.
आरटीआई एक्टिविस्ट रूद्र विक्रम सिंह ने बताया कि CM ऑफिस से RTI दिल्ली पर्यावरण विभाग को ट्रांस्फर कर दी गई उसके बाद पर्यावरण विभाग के पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड ने अपने जवाब में ये कहा कि ना कोई मास्क खरीदा गया और ना ही बाटा गया है. आरटीआई से मिले जवाब के बाद दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर सवाल खड़े होना लाजमी है कि आखिर ये मास्क खरीदे नहीं गए, बाटे नहीं गए तो 50 लाख की गिनती आई कहां से?