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BJP से आए इस नेता को मिल सकती है दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी
नई दिल्ली : इस साल के अंत या नए साल की शुरुआत में दिल्ली में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं. बीजेपी और आम आदमी पार्टी चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं, लेकिन कांग्रेस के पास नेतृत्वहीनता की स्थिति के कारण पार्टी रणनीति तय नहीं कर पा रही है. इसी हालात को देखते हुए कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की तलाश में जुट गई हैं और संभव है कि शुक्रवार तक नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान हो जाए. माना जा रहा है कि बीजेपी से कांग्रेस में शामिल हुए इस नेता को दिल्ली की कमान थमा दी जाएगी. हालांकि गुटों में बंटी दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पर नियुक्ति आलाकमान के लिए आसान नहीं होगी.
बीते जुलाई माह में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद शीला दीक्षित के निधन के बाद से खाली चल रही है. पहले खबर आई थी कि पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह से मतभेदों के चलते सरकार से अलग होने वाले नवजोत सिंह सिद्धू को दिल्ली कांग्रेस की कमान दी जा सकती है, लेकिन शायद राहुल गांधी की नजदीकी के चलते उनका नाम रेस से बाहर हो गया है. अब इस रेस में बीजेपी से कांग्रेस में आए और झारखंड के धनबाद लोकसभा सीट से चुनाव हार चुके कीर्ति आजाद का नाम सबसे आगे चल रहा है. कीर्ति न सिर्फ क्रिकेट के अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी रह चुके हैं, बल्कि बिहार के दरभंगा से दो बार सांसद भी रह चुके हैं. कीर्ति आजाद के अलावा संदीप दीक्षित और जेपी अग्रवाल भी रेस में शामिल हैं.
कीर्ति आजाद 1993 में गोल मार्केट विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के विधायक चुने गए थे. 1998 में उन्होंने शीला दीक्षित के खिलाफ गोल मार्केट से ही चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए. इसी साल फरवरी में कीर्ति आजाद ने बीजेपी छोड़ धनबाद से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था, जहां से उन्हें हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस कीर्ति आजाद को प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपकर पूर्वांचल और बिहार के लोगों के वोट बैंक को हथियाना चाहती है. आम आदमी पार्टी की भी इन वोटरों पर खास निगाह है और बीजेपी ने तो पूर्वांचल के दिग्गज भोजपुरी गायक और अभिनेता मनोज तिवारी को पहले ही प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी दे रखी है.
कीर्ति आजाद के अलावा जो नेता दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष पद की दौड़ में हैं, उनमें जेपी अग्रवाल भी शामिल हैं, जो सोनिया गांधी के करीबी माने जाते हैं. संदीप दीक्षित भी अध्यक्ष की कुर्सी के प्रमुख दावेदार हैं. वे दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे हैं और पूर्वी दिल्ली सीट से दो बार सांसद चुने जा चुके हैं.
पार्टी में यह भी चर्चा है कि दिल्ली की कमान किसी युवा नेता को दी जाएगी, जिसमें तीन कार्यकारी अध्यक्ष हारून यूसुफ, देवेंद्र यादव और राजेश लिलोथिया शामिल हैं. इन सबके अलावा कुछ और युवा चेहरे और पार्टी प्रवक्ता भी अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल हैं.