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निर्भया के दोषियों का फांसी से बचने का नया हथकंडा फेल, कोर्ट ने फौरन किया निपटारा
नई दिल्ली : निर्भया के दोषी फांसी से बचने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं. हालांकि हर बार निर्भया के दोषियों को हार का मुंह देखना पड़ रहा है. इस कड़ी में शुक्रवार को निर्भयाकांड के चार में से तीन दोषियों विनय, पवन और अक्षय ठाकुर ने कोर्ट का रुख किया और कहा कि अब तक तिहाड़ जेल प्रशासन ने उनको दस्तावजे नहीं मुहैया कराए हैं. हालांकि इस बार भी उनको निराशा हाथ लगी है और अदालत ने कोई आदेश देने से इनकार कर दिया है.
इस दौरान सरकारी वकील ने निर्भयाकांड के दोषी विनय शर्मा द्वारा जेल के अंदर लिखी गई 'दरिंदा डायरी' कोर्ट को सौंपी. नीले रंग की इस नोटबुक में निर्भया के दोषी विनय शर्मा ने शायरी लिखी है. इस डायरी के कवर पेज पर हाथ से 'दरिंदा' लिखा गया है. इसके अलावा विनय शर्मा ने स्वच्छ भारत अभियान की पेंटिंग बनाई है. तिहाड़ प्रशासन ने निर्भया के दोषियों के सभी दस्तावेज, पेंटिंग और डायरी को कोर्ट को सौंप दिया है.
इसके बाद जज ने सभी दस्तावेज दोषियों के वकील को देने की इजाजत दे दी. इस दौरान सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया कि निर्भया के दोषियों को दस्तावेज, पेंटिंग और डायरी को फोटो कॉपी दी गई है. उन्होंने कहा कि निर्भया के दोषियों को ओरिजनल दस्तावेज, पेंटिंग और डायरी नहीं दी जा सकती है.
कोर्ट ने कहा- अब किसी तरह के निर्देश की जरूरत नहीं
शनिवार को निर्भया मामले में दोषी अक्षय, विनय और पवन की अर्जी का पटियाला हाउस कोर्ट ने निपटारा कर दिया. कोर्ट ने कहा कि अब इस मामले में कोई निर्देश की जरूरत नहीं है. दोषयों की मांग पर तिहाड़ जेल प्रशासन ने वो सभी दस्तावेज मुहैया करा दिए हैं, जो दोषियों ने मांगे थे. जेल प्रशासन ने कोर्ट को बताया कि उनके पास दोषयों से संबंधित अब कोई दस्तावेज मौजूद नहीं है.
इससे पहले निर्भया के दोषी विनय शर्मा के वकील ए. पी. सिंह ने कोर्ट से कहा कि 22 जनवरी को हमने तिहाड़ जेल प्रशासन से मुलाकात की थी और विनय शर्मा की डायरी व मेडिकल रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन अभी तक नहीं मिली. विनय शर्मा की 160 पेज की डायरी जेल नंबर 4 में है. यह डायरी दया याचिका दाखिल करने के लिए बेहद जरूरी है.
'निर्भया के दोषी विनय को जेल में दिया गया धीमा जहर'?
निर्भया के दोषी विनय के वकील ए. पी. सिंह ने बताया कि जेल नंबर दो और तीन में दोषियों की मेडिकल रिपोर्ट है, जबकि दोषियों को जेल नंबर चार में रखा गया है. वकील ए. पी. सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि विनय शर्मा को जहर भी दिया गया. इसके बाद उसको जेल हॉस्पिटल और फिर डीडीयू हॉस्पिटल और इसके बाद एलएनजेपी हॉस्पिटल ले जाया गया था. उनका हाथ भी फ्रैक्चर हो गया था.
उन्होंने कहा कि जेल प्रशासन कभी कहता है कि विनय शर्मा खाना खा रहा है और कभी कहता है कि खाना नहीं खा रहा है. वकील ए. पी. सिंह ने यह भी कहा कि निर्भया के दोषियों की पेंटिंग से आए पैसे की भी जानकारी दी जाए.
उन्होंने यह भी दावा किया कि सितंबर 2013 में मंडोली जेल में पवन के साथ मारपीट भी की गई है. इसके बाद उसको गहरी चोट आई थी और उसको 18-19 टांके लगे थे. आपको बता दें कि निर्भया के दोषियों को एक फरवरी को फांसी देने के लिए डेथ वारंट जारी किया जा चुका है. तिहाड़ जेल में इसकी तैयारी भी तेजी से की जा रही है.
साल 2012 में निर्भयाकांड से दहल गया था देश
आपको बता दें कि 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली के वसंत विहार में चलती बस में 23 वर्षीय निर्भया के साथ बेरहमी के साथ गैंगरेप किया गया था और बुरी तरह पीटा गया था. इसके बाद निर्भया की अस्पताल में मौत हो गई थी. इसमें छह लोग शामिल थे, जिसमें राम सिंह ने जेल में फांसी लगा ली थी. हालांकि एक नाबालिग सजा पूरी कर चुका है. वहीं बाकी चार दोषियों को निचली अदालत ने फांसी की सजा सुनाया था. निचली अदालत के फैसले पर दिल्ली हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट ने भी मुहर लगा दी है. दो दोषियों की दया याचिका को भी राष्ट्रपति खारिज कर चुके हैं.