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संदीप दीक्षित की चिट्ठी से कांग्रेस में घमासानः 'पीसी चाको को लेकर किया बड़ा खुलासा'
इतना ही नहीं संदीप ने यह भी लिखा है कि सिर्फ़ पार्टी की बैठक में ही नहीं बल्कि सार्वजनिक मंचों पर भी शीला दीक्षित को प्रताड़ित किया गया था। संदीप दीक्षित के समर्थन में दिल्ली के 40 नेताओं ने भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है कि पीसी चाको ने शीला दीक्षित के आख़िरी दिनों मे उन्हें परेशान किया और सार्वजनिक मंचों से उनको दिक्कत पहुँचाई, पीसी चाको के ख़िलाफ़ कार्रवाई होनी चाहिए।
शीला दीक्षित के निधन को ढाई महीने हो चुके हैं इतने समय बाद भी दिल्ली का अध्यक्ष नहीं चुना जा सकता है। माना जा रहा है कि एक दो दिन में कभी भी अध्यक्ष के नाम का ऐलान हो सकता है। संदीप दीक्षित ने पीसी चाको को कानून नोटिस भी भेजा है। नोटिस में कहा गया है कि चाको या तो शीला दीक्षित को मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने के लिए माफी मांगें या कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। इसके साथ ही माफी न मांगने पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की बात भी नोटिस में है।
विवाद क्या था?
आपको बता दें कि शीला दीक्षित और चाको के बीच विवाद क्या था? दरअसल, शीला दीक्षित ने लोकसभा चुनाव के बाद दिल्ली की सभी जिला और ब्लॉक कमिटियों को भंग कर दिया था। लेकिन चाको ने शीला के फैसले पर रोक लगा कर पुरानी कमिटियों को बहाल रखा। इसके बाद शीला और चाको के बीच ठन गई थी। ये सब तब हो रहा था जब खराब सेहत की वजह से शीला दीक्षित अस्पताल में भर्ती थीं।
दिल्ली कांग्रेस के अगले अध्यक्ष पर होना है फैसला?
दूसरी तरफ दिल्ली कांग्रेस के अगले अध्यक्ष का इंतजार जारी है। सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को इसका ऐलान हो सकता है। कीर्ति आजाद का नाम रेस में सबसे आगे है। सूत्रों के मुताबिक आजाद के अलावा सुभाष चोपड़ा जैसे वरिष्ठ नेता के नाम भी विचार हो रहा है।
इस बीच अलका लांबा के सोनिया गांधी से कई बार मिलने के कारण उनके नाम पर भी कयास लगाए जा रहे हैं। बहरहाल सवाल फिलहाल ये खड़ा हो गया है कि क्या नए प्रदेश अध्यक्ष का एलान लीगल नोटिस विवाद के कारण टल सकता है?