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दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020: 'शरद पवार' से कर्ज लेकर CM केजरीवाल के खिलाफ मैदान में उतरे स्वामीजी
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के अलावा धर्म गुरुओं से भी चुनौती मिल रही है. श्री वेंकटेश्वर महा स्वामीजी उर्फ़ दीपक सीएम केजरीवाल के खिलाफ चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं. अभी तक 16 चुनाव लड़ चुके दीपक ने इस बार दिल्ली के मुख्यमंत्री को चुनावी रण में चुनौती देने के लिए कमर कस लिया है. स्वामी जी पूर्व में कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के चुनाव में भी अपनी किस्मत आजमा चुके हैं.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक मंगलवार को नामांकन पत्र दाखिल करने वाले तीन लोगों में स्वामीजी का नाम भी शामिल है. उन्होंने बीजेपी, एनसीपी और हिंदुस्तान जनता पार्टी (एचजेपी) की तरफ से तीन नामांकन पत्र दाखिल किये. जमानत के तौर पर उन्होंने 10 हजार रुपये सिक्युरिटी जमा कराई है. स्वामीजी से पूछा गया कि क्या वो बीजेपी के आधिकारिक उम्मीदवार हैं, इस पर उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है पार्टी की नजर उन पर होगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी समाज में अच्छा काम कर रहे लोगों पर नजर रखती है. मैं आशा करता हूं समाज में किए मेरे कामों से प्रभावित होकर वो मुझे अपना आधिकारिक उम्मीदवार बना सकते हैं.
'BJP यदि टिकट नहीं देगी तो कोई और मुझे अपना उम्मीदवार बनाएगी'
तीन पार्टियों से नामांकन पत्र दाखिल करने पर उन्होंने कहा, 'मैंने अब तक निस्वार्थ भाव से समाज सेवा की है और अब मैं दिल्ली में काम करना चाहता हूं. अगर उनको (बीजेपी) लगता है कि मैं सही उम्मीदवार हो सकता हूं तो मुझे भरोसा है कि पार्टी मेरा समर्थन करेगी.' उन्होंने कहा कि बीजेपी यदि मुझे टिकट नहीं देती है तो शेष अन्य दो पार्टियों में से कोई मुझे अपना आधिकारिक उम्मीदवार बना सकती हैं.
स्वामी जी दिल्ली के द्वारका इलाके में अपने एक दोस्त के साथ रहते हैं, जो बिल्डिंग कामगार (कंस्ट्रक्शन वर्कर) हैं. उन्होंने बताया कि उनके पास दिल्ली में रहने का कोई स्थाई पता-ठिकाना नहीं है. इसलिए वो यहां अपने दोस्त के साथ रह रहे हैं. उन्होंने अपने दाखिल किए गए शपथपत्र में बताया कि उनके पास मात्र नौ रुपये नकद हैं. साथ ही उन्होंने दिल्ली में रहने के लिए अपने दोस्त, शरद पवार (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष नहीं) से 99,999 रुपये उधार (कर्ज) ले रखा है.