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- एजुकेशन को बढ़ावा देने...
एजुकेशन को बढ़ावा देने वाली फ़िल्म को पोर्न फ़िल्म से तुलना करके लोगों को निशाने पर आया ये फ़िल्म समीक्षक....
फ़िल्म समीक्षक अक्सर फिल्मों की आ'लोचना करते हैं. कई बार वो फ़िल्म की तारी'फ़ करते हैं तो कई बार फ़िल्म की भरपू'र बु'राई करते हैं परन्तु कई बार वो फ़िल्म को लेकर कुछ ऐसे क'ठोर शब्दों का इस्तेमाल कर लेते हैं जिसके बाद उनकी ही आलो'चना शुरू हो जाती है. फ़िल्म बनाने वाले लोग लगातार ये कहते रहे हैं कि आलोच'क का काम बस आ'लोचना करना होता है, अगर वो फ़िल्म बनाये तब मालूम होगा कि इसके पीछे कितनी मेहनत लगती है.
एक बार फिर फ़िल्म स'मीक्षक नि'शाने पर हैं. शुक्रवार को रिलीज़ हुई फ़िल्म गुल-मकई का रिव्यु बॉलीवुड बबल नाम की एक वेबसाइट में छपा है. इस रिव्यु को प्रतीक सुर ने लिखा है. रिव्यु में उन्होंने फ़िल्म की जम कर आलो'चना की है. उन्होंने अपनी बात लिखते हुए एक जगह फ़िल्म के VFX की तुलना पो'र्न मूवी से कर दी है जिसको लेकर फ़िल्म-मेकर ख़ुश नहीं हैं.
फ़िल्म से जुड़े लोग कहते हैं कि किसी को फ़िल्म नहीं पसंद आयी ये बात समझ आती है लेकिन वो अपने अगर एक शिक्षा पर आ'धारित फ़िल्म की तुलना पो'र्न फिल्मों से कर रहा है, भले वो किसी बात को लेकर हो लेकिन ये सही नहीं है. फ़िल्म से जुड़े सूत्र ने हमसे बताया कि एक फ़िल्म को बनाने में बहुत मेहनत लगती है, हम सभी लगातार काम कर रहे हैं और अ'थक प्रयासों के बाद ये फ़िल्म रिलीज़ हो पायी है लेकिन इस तरह की बातें जब मीडिया छा'पता है तो अफ़'सोस होता है. उल्लेखनीय है कि 'गुलमकई' मलाला युसूफज़ई की ज़िन्दगी पर आधारित है।ख़ुद मलाला युसफ़ज़ई के परिवार ने ये फ़िल्म देखी तो उन्होंने भी जमकर सराहा इसे और साथ ही दर्शकों ने भी फ़िल्म Gulmakai को एक बेहतरीन और वर्तमान में ऐसी फ़िल्मों को ज़रूरी बताया.
फ़िल्म में मुख्य किरदार रीम शेख़ ने निभाया है.