स्वास्थ्य

सर्वे के मुताबिक चंडीगढ़ में 62 प्रतिशत लोग खाते है सेक्स की दवा

Special Coverage News
4 Nov 2019 6:58 AM GMT
सर्वे के मुताबिक चंडीगढ़ में 62 प्रतिशत लोग खाते है सेक्स की दवा
x

एक प्रतिष्ठित न्यूज चैनल के द्वारा किये सर्वे के दौरान यह बात सामने आई है कि सेक्स क्षमता बढ़ाने वालीं दवाइयों का प्रयोग सबसे ज्यादा भारतीय कर रहे हैं. इसके सबसे ज्यादा इस्तेमाल करने का एक कारण फिल्मी और इंटरनेट की दुनिया भी है, जहां से ये सब सीखा जा रहा है.

रिपोर्ट में पता चला है कि कई भारतीय इंटरनेट की सेक्स दुनिया को अपनी असल जिंदगी में जीने की कोशिश में लगे पड़े हैं और इसी वजह से वह सेक्स क्षमता बढ़ाने वालीं दवाइयों का भरपूर इस्तेमाल करने लगे हैं. आपको बता दें कि, यह सर्वे तीन आयु वर्ग 14-29, 30-49 और 50-69 वर्ष के लोगों पर किया गया है.

बात अगर अपने चंडीगढ़ की करें. तो यहां 62 फीसदी लोग सेक्स क्षमता को बढ़ाने के लिए इस तरह की दवाइयों का प्रयोग कर रहे हैं. वहीँ, जयपुर 87 फीसदी लोग सेक्स क्षमता को बढ़ाने के लिए इस तरह की दवाइयों का प्रयोग करते हैं.

इससे जुड़े डॉक्टर्स का इस बारे में क्या है कहना…..

डॉक्टर्स के अनुसार आजकल स्ट्रेस लोगों की सेक्स क्षमता को कम कर रहा है और इसका असर उनकी रोमांटिक लाइफ पर पड़ रहा है. |डॉक्टर्स मानते हैं कि वर्कप्लेस पर बहुत ज्यादा स्ट्रेस की वजह से लोगों की बेडरूम लाइफ खराब हो रही है. जहां इसका असर उनकी रोमांटिक लाइफ पर न पड़े, इसके लिए लोग इस तरह की दवाइयों का प्रयोग कर रहे हैं. हालांकि, यहां एक बात कहना सबसे ज्यादा जरुरी है वो यह है कि इस तरह कि दवाइयों को लेने के लिए डॉक्टर की सलाह जरुरु लें.

डॉक्टर्स के अनुसार डायबिटीज से भी सेक्स प्रदर्शन पर खराब असर पड़ता है. वहीँ, सेक्सुअल डिसफंक्शन या मर्दानगी की कमी किसी भी व्यक्ति के लिए हार्ट की समस्या का पहला संकेत भी हो सकती है.

पिछले 8 सालों में सेक्स क्षमता बढ़ाने वालीं दवाइयों का कारोबार 40% तक बढ़ा….

एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में पिछले 8 सालों में वियाग्रा जैसी दवाइयों का कारोबार 40% तक बढ़ा है. ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट (एआईओसीडी) के मुताबिक, पिछले 8 सालों में इससे संबंधित दवाइयां बेचने वाले 9 लाख केमिस्ट बढ़े हैं.

एक रिपोर्ट की मुताबिक भारत में 33 फीसदी लोग 18 साल से पहले ही शारीररक संबंध बना लेते हैं. सर्वे से ये भी पता लगता है कि भारतीय वर्जिनिटी के मामले में अब भी पहले जैसी सोच रखते हैं. भारत में 53 फीसदी लोग अपने पार्टनर की वर्जिनिटी को बहुत गंभीरता से लेते हैं.

Tags
Special Coverage News

Special Coverage News

    Next Story